कमलेश तिवारी मर्डर केस: हत्या में ISIS का हाथ होने का शक, जान से मारने की दी थी धमकी
लखनऊ: हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार दोपहर को उनके घर में घुसकर बदमाशों ने हत्या कर दी। हिंदू महासभा के पूर्व अध्यक्ष लखनऊ के खुर्शीदबाग इलाके में रहते थे। बदमाशों ने गोली मारने के बाद गला रेतकर उनकी हत्या की। उनके शरीर में चाकू के 15 से अधिक वार किए गए। डॉक्टरों के मुताबिक अस्पताल में उन्हें गंभीर अवस्था में लाया गया और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
आतंकी संगठन ISIS पर शक
कमलेश तिवारी हत्याकांड का शक आंतकी संगठन ISIS पर भी है। पुलिस की छानबीन में ये बात सामने आई है। गौरतलब है कि आईएसआईएस ने कमलेश को मारने की धमकी दी थी। गुजरात में पकडे गये आतंकियों ने एटीएस को ये जानकारी दी थी। एटीएस ने इसकी रिपोर्ट बनाकर सरकार को भी सोंपी थी। वहीं कमलेश ने हाल ही में खुद की सुरक्षा को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट कर सुरक्षा ना दिए जाने पर सवाल उठाए थे। कमलेश ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह व सीएम योगी को टैग किया था।
पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी
पुलिस टीम अब सर्विलांस की मदद से आरोपियों की तलाश में जुट गई है। यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी की आज हत्या कर दी गई। कमलेश तिवारी ने हिंदू समाज पार्टी बनाई थी। माना जा रहा है कि आरोपी कमलेश के परिचित थे। उन्होंने पहले मिठाई खरीदी, कमलेश के साथ करीब आधा घंटा बिताया और फिर उनकी हत्या कर दी। डीजीपी ने आगे बताया कि इस मामले में अहम सुराग मिले हैं, जांच की जा रही है।
संदिग्ध कातिल सीसीटीवी में कैद
कमलेश तिवारी की हत्या को वारदात देने वाले संदिग्ध आरोपी सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए हैं। कमलेश तिवारी हत्याकांड में लोगों ने आक्रोश है। उनके समर्थक खुर्शीदबाग कॉलोनी में प्रदर्शन कर रहे हैं। इसे देखते हुए घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल व पीएसी की तैनाती की गई है।
पैगंबर साहब पर की थी विवादित टिप्पणी
गौरतलब है कि हिंदू महासभा के अध्यक्ष रहे कमलेश तिवारी पैगंबर मोहम्मद साहब के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की थी। इस मामले में कमलेश को रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इसके बाद उन्होंने 2017 विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने हिंदू समाज पार्टी का गठन किया था।
कमलेश के सिर पर रखा था 51 लाख का इनाम
पैगंबर मोहम्मद साहब पर उस समय मुस्लिम संगठन ने सर कलम करने का फतवा भी जारी किया था। बिजनौर में जमीयत शाबाबुल इस्लाम के जनरल सेक्रेटरी मौलाना अनवरुल हक ने कमलेश तिवारी के सिर पर 51 लाख रुपए का इनाम रखा था। इसके अलावा कमलेश ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के सम्मान में मंदिर बनवाने का भी ऐलान किया था, जिसे लेकर काफी विवाद भी हुआ था।
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