कमलेश तिवारी हत्याकांड: साजिशकर्ताओं में एक दर्जी, दूसरा साड़ी बेचने वाला और तीसरा जूते की दुकान पर करता है काम
नई दिल्ली: हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में शनिवार को उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने बड़ा खुलासा किया है। डीजीपी ने बताया कि इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनके नाम रशीद अहमद पठान, मौलाना मोहसिन शेख और फैजान है। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि रशीद इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी है।
क्या करते हैं साजिशकर्ता
तीनों को यूपी पुलिस, एटीएस और गुजरात पुलिस की संयुक्त टीम ने हिरासत में लिया। पकड़े गए आरोपियों में सभी 22 से 25 साल के हैं। यूपी के डीजीपी ने बताया कि 24 साल का मौलाना मोहसिन शेख सलीम गुजरात के सूरत से है और एक साड़ी की दुकान पर काम करता है। दूसरा आरोपी 21 साल का फैजान सूरत में एक जूते की दुकाम पर काम करता है। वहीं रशीद अहमद पठान पेशे से एक दर्जी है और कंप्यूटर जानता है।
तीनों को हिरासत में लिया
डीजीपी ओपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यूपी और गुजरात पुलिस की एक संयुक्त टीम ने मौलाना मोहसिन शेख सलीम, फैजान और खुर्शीद अहमद पठान को हिरासत में लिया है। उन्होंने आगे बताया कि शुरू में सूरत से पांच लोगों को हिरासत में लिया गया था। हालांकि बाद में दो को छोड़ दिया गया। उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि अभी भी दो अन्य साजिशकर्ताओं की तलाश जारी है। जो दो लोग रिहा किए गए वे खुर्शीद अहमद पठान के भाई और गौरव तिवारी थे,जो सूरत के निवासी हैं।
विवादास्पद बयान की वजह से हुई हत्या
डीजीपी ने आगे बताया कि पहली नजर में ऐसा लगता है कि तिवारी की हत्या साल 2015 में उनके द्वारा विवादास्पद बयान के कारण की गई थी, लेकिन बाकी अपराधियों की पकड़ में आने पर बहुत कुछ सामने आ सकता है। उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी आतंकवादी संगठन के साथ कोई संबंध स्थापित नहीं हुआ है। हम सभी एंगल पर गौर कर रहे हैं।
बेटे ने एनआईए से जांच कराने की मांग की
कमलेश तिवारी के बेटे सत्यम ने पिता की हत्या की जांच एनआईए से करानी की अपील की है। बेटे ने कहा कि उन्हें किसी पर भी भरोसा नहीं है और सुरक्षाकर्मी के रहते उनकी हत्या हो गई, ऐसे में प्रशासन पर कैसे भरोसा किया जा सकता है। वहीं हत्या के आरोपियों मौलाना मोहसिन शेख, फैजान और रशीद को पूछताछ के लिए एटीएस अहमदाबाद दफ्तर ले जाया गया है।
कमलेश के परिवार से मिलेंगे सीएम योगी
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कमलेश तिवारी हत्याकांड के आरोपियों को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि वे इस केस के बारे में खुद जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि कमलेश तिवारी का परिवार उनसे मिलने आता है तो वे जरूर मुलाकात करेंगे। मीडिया रिपोट्स के मुताबिक ये मुलाकात कल हो सकती है।
मिठाई का डिब्बा बना अहम सुराग
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि घटनास्थल से जो मिठाई का डिब्बा मिला वो ही अहम सुराग साबित हुआ। उन्होंने कहा कि कल कुछ अहम सुराग मिले थे जिस पर हमें विश्वास था कि हम जल्द इस केस का खुलासा कर लेंगे। जो सूचनाएं और क्लू हमें मिले उस पर हमने टीम गठित कर उन्हें एक्शन पर लगाया। यूपी पुलिस को शुरू से ही शक था कि इस हत्याकांड के तार गुजरात से जुड़े हुए हैं।