कमलनाथ और दिग्विजय मध्य प्रदेश के सबसे बड़े गद्दार हैंः ज्योतिरादित्य सिंधिया
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के युवा बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा गद्दार करार दिया है। हाल में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामने वाले ज्योतिरादित्य ने एक इंटरव्यू में कांग्रेस पर हमला करते हुए दोनों कांग्रेसी नेताओं को सबसे बड़े गद्दार संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी 3 नवंबर होने वाले उपचुनाव में सभी सीटों पर चुनाव जीतेगी।
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कांग्रेस ने भ्रष्ट सरकार चलाकर मतदाताओ का विश्वास को खो दिया है
इंटरव्यू में बेबाकी से कांग्रेस छोड़ने और बीजेपी ज्वाइन करने के सवाल पर जवाब देते हुए ज्योतिरादित्य ने कहा कि कांग्रेस ने भ्रष्ट सरकार चलाकर मतदाताओ का विश्वास को खो दिया है। लोगों के किए वादों और उनकी उम्मीदों पर हर संभव कोशिश में नाकाम रहने पर उन्हें कांग्रेस से नाता तोड़ना पड़ा। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस यदि प्रदेश में सरकार बनाने की कल्पान भी करती है, तो उसे 28 की 28 सीटों पर उपचुनाव जीतना होगा।
उपचुनाव में प्रचार के दौरान भी सिंधिया ने दोनों मुख्यमंत्रियों को गद्दार कहा था
गौरतलब है उपचुनाव में प्रचार के दौरान भी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दोनों मुख्यमंत्रियों को गद्दार कहा था। इस पर पूछे गए सवाल सिंधिया ने कहा कि वह खुद राजनीति में ऐसे शब्दों के इस्तेमाल से परहेज करते हैं, लेकिन अगर वो ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो मध्य प्रदेश में सबसे बड़े गद्दार कमलनाथ और दिग्विजय सिंह हैं, वो मध्य प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता के गद्दार हैं, क्योंकि उनके द्वारा किया गया कोई भी चुनावी वादा पूरा नहीं किया गया।
किसी राज्य में एक साथ लगभग 30 फीसदी विधायक पार्टी छोड़कर गए
बीजेपी में शामिल होने के बाद राज्यसभा से निर्वाचित हुए सिंधिया ने आगे कहा, मुझे नहीं लगता है कि किसी राज्य में इतनी बड़ी संख्या में लगभग 30 फीसदी विधायक एक साथ पार्टी छोड़कर गए हों। उन्होंने कहा कि यह राज्य के नेतृत्व की कमान थामने वाले कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के प्रति विश्वास व आस्था को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि अभी एक और कांग्रेस विधायक राहुल लोधी बीजेपी में शामिल हुआ, जो स्पष्ट करता है कि कांग्रेस में लोगों का कोई विश्वास नहीं रह गया है।
3 नवंबर को मध्य प्रदेश के कुल 28 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है
उल्लेखनीय है आगामी 3 नवंबर को मध्य प्रदेश के 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले मतदान होना है। इन राज्यों पर उपचुनाव इसलिए हो रहे हैं, क्योंकि सिंधिया समर्थक 22 कांग्रेसी विधायकों ने इसी वर्ष मार्च में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था, जिससे 15 माह पुरानी कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेसी सरकार अल्पमत में आ गई थी और उसे राज्य की सत्ता से हटना पड़ा था। तीन सीटों पर चुनाव निधन से खाली होने और तीन अन्य पर बाद में तीन कांग्रेस विधायकों के भाजपा में शामिल से होने से खाली हुईं सीटों पर चुनाव होना है।