जो तमिल बोलकर सत्ता में आए, जीतने के बाद वो इस भाषा को ही भूल गए: कमल हासन
Kamal Haasan in politics: तमिलनाडु में अगले वर्ष 2021 में विधानसभा चुनाव होना है, ऐसे में चुनाव से पहले बड़े पर्दे के दो दिग्गज सितारे कमल हासन और रजनीकांत राजनीति में अपनी जमीन को मजबूत करने में जुटे हैं। चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बगैर उनपर तंज कसा। रजनीकांत ने कहा कि जो लोग तमिल बोलकर सत्ता में आए वो सत्ता में आने के बाद तमिल भाषा को भूल गए। हासन ने कहा कि तमिल के लोग हर भाषा को सीखने के लिए तैयार हैं। तमिल सबसे मीठी भाषा है। कमल हासन ने कहा कि मैं ये नहीं कह रहा हूं मुझे हिंदी भाषा पसंद नहीं है, लेकिन हमारी भाषा भी काफी अच्छी है।
रजनीकांत के साथ गठबंधन के सवाल पर मक्कल निधि मैयम के चीफ कमल हासन ने कहा कि कई लोग मुझसे रजनी के साथ गठबंधन के बारे में पूछते हैं। लेकिन रजनीकांत के साथ गठबंधन की बात करने का यह सही समय नहीं है। इससे पहले कमल हासन ने कहा था कि वह सिर्फ एक फोन की दूरी पर हैं। अगर हमारी विचारधार एक जैसी है तो और लोगों के हित में है तो मैं अपने व्यक्तिगत अहम को किनारे करके साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हूं। बता दें कि कमल हासन के राजनीति में आने के बाद 2019 के चुनाव में उनकी पार्टी फ्लॉप साबित हुई थी, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि अगले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी अच्छा प्रदर्शन कर सकती है।
तमिलनाडु की राजनीति में पहली बार नहीं है कि जब बड़े पर्दे के सितारों ने कदम रखा है। एनटीआर, जयललिता, कमल हासन के बाद रजनीकांत भी राजनीति में कदम रख चुके हैं। जयललिता और करुणानिधि के निधन के बाद तमिलनाडु की राजनीति में एक बड़ा खालीपन आ चुका है, ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कमल हासन और रजनीकांत इस खालीपन को भर पाते हैं।