राम मंदिर ट्रस्ट में ओबीसी सदस्य भी शामिल किया जाए: कल्याण सिंह
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने राम मंदिर ट्रस्ट में किसी पिछड़ी जाति के सदस्य के ना होने पर नाखुशी का इजहार किया है। कल्याण सिंह ने कहा है कि ट्रस्ट में कम से कम एक सदस्य ओबीसी से भी होना चाहिए। कल्याण सिंह ने राम मंदिर ट्रस्ट के गठन पर खुशी जाहिर की लेकिन साथ ही कहा कि 15 सदस्यीय ट्रस्ट में एक ओबीसी को भी शामिल जरूर किया जाए।
1992 में बाबरी मस्जिद को गिराए जाने के समय यूपी के सीएम रहे कल्याण सिंह ने कहा, सरकार ने ट्रस्ट में एक दलित सदस्य रखने की बात कही है, मेरी मांग है कि किसी ओबीसी को भी शामिल किया जाए। कल्याण सिंह ने कहा कि वो खुद ट्रस्ट का हिस्सा नहीं बनना चाहते लेकिन एक ओबीसी को जरूर लिया जाए।
कल्याण सिंह ने कहा, राम मंदिर आंदोलन के दौरान मैं जेल भी गया और जुर्माना भी दिया था। मेरे ऊपर सीबीआई अदालत में आपराधिक साजिश का मुकदमा भी चल रहा है। मैं कहना चाहता हूं कि ओबीसी के लोग भी राम के भक्त हैं, उन्हें ट्रस्ट से दूर ना रखा जाए।
अयोध्या में विवादित जमीन पर सुप्रीम कोर्ट के 9 नवंबर के फैसले में जमीन राम मंदिर को दी गई है। इसके 88 दिन बाद 5 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेलोकसभा राम मंदिर ट्रस्ट के गठन का ऐलान किया। ट्रस्ट का नाम 'श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र' होगा और इसमें 15 सदस्य होंगे। 15 सदस्यों में से एक दलित होने की बात कही गई है। ट्रस्टियों के जो नौ नाम अभी सामने आए हैं, उनमें सब सवर्ण हैं।
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