इस्तीफों की झड़ी पर कैलाश विजवर्गीय का तंंज- INC का नाम बदलकर 'इस्तीफा नेशनल कांग्रेस' कर देना चाहिए
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस पार्टी में इस्तीफों की झड़ी पर शनिवार को तंज कसा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपना आईएनसी से अपना नाम बदलकर 'इस्तीफा नेशनल कांग्रेस' कर देना चाहिए। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने कहा था कि उन्हें लोकसभा चुनाव में हार के बाद किसी भी महासचिव और अध्यक्ष के इस्तीफा ना देने से दुख पहुंचा है।
कैलाश विजयवर्गीय का कांग्रेस पर तंज
बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि जिस प्रकार से आईएनसी इंडिया में इस्तीफों की झड़ी लग रही है उसे देखते हुये आईएनसी 'इंडियन नेशनल कांग्रेस' का नाम बदलकर 'इस्तीफा नेशनल कांग्रेस' कर देना चाहिये। गौरतलब है कि कैलाश के बेटे आकाश विजयवर्गीय आजकल सरकारी कर्मचारी को बल्ले से पीटने के कारण चर्चा में हैं।
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कांग्रेस में इस्तीफों की झड़ी
गौरतलब है कि शुक्रवार को कांग्रेस के कई नेताओं ने इस्तीफे दिए। इसमें दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया, हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्रा चौहान, मध्यप्रदेश प्रभारी और महासचिव दीपक बावरिया समेत कई नेता शामिल हैं। शनिवार तक 100 से ज्यादा नेताओं ने इस्तीफे दिए हैं और इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। राहुल गांधी स्वयं भी पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं और अपने फैसले पर अडिग हैं।
राहुल पार्टी नेताओं के इस्तीफे ना देने से दुखी
गौरतलब है कि राहुल गांधी से बुधवार को यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने एकबार फिर गुजारिश की कि वे इस्तीफे का अपना फैसला बदल लें। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हीं में से एक कांग्रेस नेता ने राहुल से कहा कि सर, जब ये सामूहिक हार है और यह सबकी जिम्मेदारी बनती है, तो सिर्फ आप ही इस्तीफा क्यों देंगे? इस पर कांग्रेस अध्यक्ष ने बेहद भावुक होकर उस नेता से कहा कि उन्हें इस बात का बहुत दुख है कि उनके इस्तीफे के बाद भी किसी मुख्यमंत्री, पार्टी महासचिव या प्रदेश अध्यक्षों ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा नहीं दिया।
राहुल इस्तीफा वापस ना लेने पर अडिग
राहुल गांधी अभी भी अपने इस्तीफे की पेशकश पर अड़े हुए हैं। उन्होंने कांग्रेस नेताओं के अनुरोध को ठुकरा दिया है। इसके बाद से पार्टी में अनिश्चिता का माहौल है। हालांकि राहुल ने कहा कि वो पार्टी में सक्रिय रहेंगे। उन्होंने कांग्रेस नेताओं से गांधी परिवार से बाहर नया अध्यक्ष खोजने के लिए कहा है। लेकिन एक महीने बीत जाने के बाद भी पार्टी नया अध्यक्ष पद नहीं खोज पाई है और नेता राहुल को मनाने में जुटे हैं। कांग्रेस की हाल में संपंन्न लोकसभा चुनाव में करारी हार हुई थी और सिर्फ 52 सीट मिली थी।