कैलाश विजयवर्गीय ने तृणमूल कांग्रेस पर लगाए राज्य में हिंसा फैलाने के आरोप
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी और उनकी पार्टी पर राज्य में हिंसा फैलाने के आरोप लगाए हैं।
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों का समय नजदीक आने के साथ-साथ राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। चुनावों के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में टीएमसी और भाजपा दोनों बिल्कुल आमने सामने आ चुकी हैं। भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी और उनकी पार्टी पर राज्य में हिंसा फैलाने के आरोप लगाए हैं।
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उन्होंने कहा, "ममता बनर्जी की सरकार और 'हिंसा की राजनीति' पर्यायवाची हैं। बंगाल की छवि खराब की जा रही है। कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब भाजपा कार्यकर्ताओं पर टीएमसी के गुंडों द्वारा हमला नहीं किया जाता है। पुलिस भी गुंडों के साथ खड़ी है। यह इस राज्य के बारे में सबसे दुर्भाग्यपूर्ण पहलू है।"
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पश्चिम बंगाल चुनावों को लेकर हाल ही में कैलाश विजयवर्गीय ने एक मीडिया चैनल से हुई बातचीत में कहा था कि "अभी आज की तारीख में मेरे सर्वे के मुताबिक हम लगभग 170 सीटों पर हैं। मेरी भी टीम सर्वे कर रही है और हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं।" ममता बनर्जी के नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के ऐलान पर उन्होंने कहा, "आज ममता बनर्जी ने कहा कि वो नंदीग्राम से लड़ेंगी यानी भवानीपुर से उनके हारने की पूरी संभावना है। बिल्कुल उन्होंने साफ कर दिया कि वो हार मान रही हैं। उनकी जमीन हिल चुकी है।"
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल के अलावा इस साल असम, केरल, पुदुचेरी, तमिलनाडु में भी चुनाव होने है, लेकिन पश्चिम बंगाल के चुनावों को सबसे अहम माना जा रहा है। भाजपा पश्चिम बंगाल में सत्ता हासिल करने के लिए हर पैंतरे आजमा रही है। शनिवार को करीब एक दर्जन तृणमूल कांग्रेस के नेता गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए हैं।
वहीं तृणमूल कांग्रेस से अलग होकर भाजपा में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी ने इस बार के चुनावों में ममता बनर्जी को हर हाल में हराने का ऐलान किया है। इसके अलावा एआएमआईएम और शिवशेना ने बंगाल के चुनावों में उतरने का ऐलान कर इन चुनावों को बेहद दिलचस्प बना दिया है। हालांकि इस चुनाव में विशेषत: टीएमसी और भाजपा पर ही नजर रहेगी, लेकिन छोटे दल निश्चित तौर पर सेंधमारी का काम करेंगे।