'कभी खुशी कभी गम' को करण जौहर ने बताया अपने 'मुंह पर सबसे बड़ा तमाचा', कहा- ये फिल्म एक भूल थी
मुंबई। फिल्म निर्माता और निर्देशक करण जौहर अब तक कई बड़ी फिल्में बना चुके हैं। जिनमें से एक है साल 2001 में आई फिल्म 'कभी खुशी कभी गम'। अब अपनी इसी फिल्म को उन्होंने सबसे बड़ी भूल करार दिया है। करण ने कहा है कि ये फिल्म 'उनके मुंह पर सबसे बड़ा तमाचा' है। बता दें ये फिल्म काफी हिट हुई थी। इसमें अभिनेता अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, ऋितिक रौशन, शाहरुख खान, काजोल और करीना कपूर ने अभिनय किया था।
ये करण की दूसरी फिल्म थी
18 साल पहले आई इस फिल्म के कई गाने, डायलॉग और सीन आज तक लोगों के जहन में बसे हुए हैं। ये करण जौहर की दूसरी फिल्म थी। उन्हें अपनी पहली फिल्म 'कुछ कुछ होता है' के लिए बेस्ट डायरेक्टर और बेस्ट स्क्रीनप्ले का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था। हालांकि करण ने अब 'कभी खुशी कभी गम' को लेकर बातचीत की है और इसे अपने मुंह पर सबसे बड़ा तमाचा बताया है।
समीक्षा और पुरस्कारों में खराब प्रतिक्रिया मिली
करण ने एक इंटरव्यू में कहा, 'मैंने सोचा था कि मैं 'मुगल-ए-आजम' के बाद से आमिर खान की फिल्म 'लगान' और फरहान अख्तर की फिल्म 'दिल चाहता है' तक हिंदी सिनेमा की सबसे बड़ी फिल्म बना रहा हूं।' उनका लक्ष्य इस फिल्म में बॉलीवुड के बड़े सितारों को शामिल करना था। करण ने कहा कि उन्होंने इस फिल्म की स्टोरीलाइन 'कभी कभी' से ली थी जबकि फैमिली वैल्यूज को 'हम आपके हैं कौन' से लिया गया था। लेकिन समीक्षा और पुरस्कारों के मामले में फिल्म को मिली खराब प्रतिक्रिया से वह हैरान रह गए थे।
करण ने खुद की तुलना पू से की
करण ने खुद की तुलना 'कभी खुशी कभी गम' में करीना कपूर के कैरेक्टर पू से भी की। ये एक ऐसा कैरेक्टर है, जिसपर ऑनलाइन कई मीम वायरल हैं। इस दौरान उन्होंने अपनी हॉरर फिल्म 'घोस्ट स्टोरीज' को मिल रही नकारात्मक प्रतिक्रिया पर कहा, 'ये मेरे करियर की पहली और आखिरी डरावनी फिल्म है। अब मैं इस तरह की कोई भी फिल्म नहीं बनाऊंगा। मैं डरावनी फिल्म देखना पसंद नहीं करता हूं तो मैं ऐसी फिल्में बनाने के बारे में सोच भी कैसे सकता हूं।'
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