बीजेपी में ज्योतिरादित्य सिंधिया के शामिल होने को लेकर अब सामने आई ये रिपोर्ट
नई दिल्ली: कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने की खबरों को लेकर एक रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में उनके बीजेपी में शामिल होने की खबरों को खारिज किया गया है। पिछले कुछ समय से ऐसी खबरें आ रही थी कि सिंधिया बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं। मध्यप्रदेश में कांग्रेस प्रमुख के पद को लेकर टकराव को देखते हुए ये खबर सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई थी। अब इन खबरों पर इस रिपोर्ट में विराम लगाया गया है।
'बीजेपी में शामिल नहीं होंगे सिंधिया'
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का पार्टी छोड़ने का कोई इरादा नहीं है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर उन्हें मध्यप्रदेश कांग्रेस का प्रमुख नहीं नियुक्ति किया जाता है तो भी वो बीजेपी में नहीं जाएंगे। सिंधिया को महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष बनाया गया है। यहां साल के आखिर में चुनाव हैं।
सोनिया गांधी से नहीं हो पाई मुलाकात
मंगलवार को सिंधिया की कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात होनी थी, लेकिन ये बैठक स्थगित हो गई। सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी ने सिंधिया को तलब नहीं किया था और ना ही सिंधिया ने उनसे मिलने के लिए समय मांगा था। उन्होंने आगे कहा कि मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रमुख के पद के लिए उच्च स्तर पर हरी झंडी दे दी गई है और जो भी नया अध्यक्ष बनेगा वो सबको स्वीकार होगा। वही सिंधिया ने भी मीडिया से बातचीत में कहा था कि मैंने सोनिया गांधी से मिलने का समय नहीं मांगा था। ये खबर गलत थी। मैं अभी महाराष्ट्र चुनाव पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं।
अध्यक्ष पद को लेकर टकराव
इस महीने की शुरुआत में होर्डिंग लगाए थे, जिसमें सोनिया गांधी से ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्यप्रदेश का अध्यक्ष बनाने का अनुरोध किया गया था। इसनें सोनिया से बिना दबाव के फैसला लेने का अनुरोध किया गया था। इन होर्डिंग में सोनिया और सिंधिया की तस्वीरें लगाई गई थीं। इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नई दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की थी और उन्हें एक नए एमपीसीसी अध्यक्ष की जरुरत के बारे में बताया था।
नहीं जीत पाए थे लोकसभा चुनाव
गौरतलब है कि गुना लोकसभा सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया को हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में हार मिली थी। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 5 अगस्त, 2019 को मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर प्रदेश से अनुच्छेद 370 और 35 ए हटाने का स्वागत करते हुए समर्थन करते हुए पार्टी लाइन से इतर चलने की कोशिश की। चूंकि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के मोदी सरकार के फैसले का कांग्रेस पार्टी विरोध कर रही थी, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया फैसले का स्वागत करके पार्टी से नाराजगी मोल ली। इसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि वो बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं।
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