ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव प्रचार के दौरान की ऐसी गलती, जिसका कांग्रेस बना रही मजाक, देखें वायरल वीडियो
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव प्रचार के दौरान की ऐसी गलती, जिसका कांग्रेस बना रही मजाक, देखें वायरल वीडियो
Madhya Pradesh By Election 2020: मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही चुनाव प्रचार में लगी हुई। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता और राज्यसभा से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) से अनजाने में एक ऐसी गलती हो गई, जिसका कांग्रेस पार्टी मजाक बनाने में लगी है। असल में चुनावी जनसभा के दौरान कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए सिंधिया ने जुबान फिसल गई और उन्होंने बीजेपी की जगह कांग्रेस के लिए जनता से वोट मांग लिया। जिसका वीडियो मध्य प्रदेश की कांग्रेस इकाई ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
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''3 तारीख को पंजे वाला बटन दबेगा''
शनिवार (31 अक्टूबर) को डबरा में बीजेपी प्रत्याशी और एमपी की मंत्री इमरती देवी के समर्थन में ज्योतिरादित्य सिंधिया एक चुनावी सभा में पहुंचे थे। यहां भाषण देते हुए सिंधिया ने कहा, '3 तारीख को पंजे वाला बटन दबेगा'। पंजा वाला बटन से मतलब कांग्रेस है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को वायरल वीडियो में कहते हुए सुना जा सकता है, ''मेरी डबरा की जनता, मेरी शानदार और जानदार डबरा की जनता...मुट्ठी बांधकर विश्वास दिलाओ कि 3 तारीख को हाथ के पंजे वाला बटन दबेगा।''
हालांकि ये लाइन बोलते ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को इस बात का एहसास हुआ कि उन्होंने गलत बोल दिया है। अपनी कही बातों को सही करते हुए सिंधिया ने दोबारा बोला, ''कमल के फूल वाला बटन दबाएंगे और हाथ के पंजे वाले बटन को बोरिया बिस्तर बांध के हम यहां से रवाना करेंगे।''
कांग्रेस ने वीडियो शेयर कर कहा- 3 को हाथ के पंजे वाला बटन ही दबेगा
ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस वायरल वीडियो को कांग्रेस की मध्य प्रदेश की अधिकारिक पेज पर शेयर किया गया है। ट्विटर पर शेयर करते हुए कांग्रेस ने तंज करते हुए लिखा है, ''सिंधिया जी,मध्य प्रदेश की जनता विश्वास दिलाती है कि तीन तारीख को हाथ के पंजे वाला बटन ही दबेगा।''
MP उपचुनाव: 3 नवंबर को वोटिंग और 10 को आएंगे नतीजे
मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर 3 नवंबर को उपचुनाव होने हैं। 10 नवंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे। ये चुनाव शिवराज सिंह चौहान के सत्ता में आने के बाद पहली बार है, इसलिए सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के लिए ये चुनाव काफी अहम है। बीजेपी पर इससे पहले कमलनाथ सरकार को खरीद-फोरख्त करके गिराने के आरोप लगते आए हैं, ऐसे में ये चुनाव ये तय करेगा कि बीजेपी को मध्य प्रदेश की जनता मौका देती है या नहीं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मार्च 2020 में कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। जिसके बाद वो बीजेपी में शामिल हुए थे। सिंधिया के साथ उनके खेमे के समर्थक विधायकों ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद कमलनाथ की सरकार गिर गई थी और उन्हें इस्तीफा देने पड़ा था। कई विधायकों के इस्तीफा देने से वहां की सीट खाली हो गई है, जिसके लिए राज्य में उपचुनाव हो रहे हैं।