मध्य प्रदेश सरकार को खतरा? सिंधिया बोले- अपने मंसूबों में कभी सफल नहीं होगी BJP
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार में आंतरिक कलह सार्वजनिक रूप से सामने आने के बाद अब एक नया विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह प्रदेश की कमलनाथ सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है। हालांकि बीजेपी ने इस आरोप को नकार दिया है। इन्हीं आरोपों के बीच कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पत्रकारों से बात करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, यह भाजपा की पुरानी प्रथा है, लेकिन वे सफल नहीं होंगे, हम सभी एक साथ हैं। मध्य प्रदेश सरकार को कोई खतरा नहीं है।
क्या
है
मामला?
कांग्रेस
ने
भारतीय
जनता
पार्टी
पर
10
विधायकों
को
गुरुग्राम
के
एक
लग्जरी
होटल
में
बंधक
बनाने
का
आरोप
लगाया।
इन
दस
विधायकों
में
कांग्रेस
के
चार,
तीन
निर्दलीय,
दो
बसपा
और
एक
सपा
का
विधायक
है।
अब
कांग्रेस
ने
दावा
किया
है
कि
वो
दस
में
से
छह
विधायकों
को
वापस
ले
आई
है
और
उसकी
सरकार
को
कोई
संकट
नहीं
है।
कांग्रेस
की
ओर
से
कहा
गया
है
कि
आधी
रात
को
6
विधायकों
को
गुरुग्राम
के
होटल
से
निकाल
लिया
गया
है।
कांग्रेस
कह
रही,
विधायकों
को
करोड़ो
ऑफर
किए
जा
रहे
मध्यप्रदेश
में
कमलनाथ
की
अगुवाई
वाली
15
महीने
पुरानी
कांग्रेस
सरकार
में
सियासी
उठापटक
लगातार
जारी
है।
कांग्रेस
के
दिग्विजय
सिंह
ने
दो
दिन
पहले
ही
कहा
था
कि
भाजपा
राज्य
सरकार
को
अस्थिर
करने
के
लिए
उनकी
पार्टी
के
विधायकों
को
रिश्वत
देने
की
कोशिश
कर
रही
है।
दिग्विजय
सिंह
ने
दावा
किया
था
कि
पूर्व
मुख्यमंत्री
शिवराज
सिंह
चौहान
और
भाजपा
के
एक
अन्य
वरिष्ठ
नेता
नरोत्तम
मिश्रा
25-35
करोड़
रुपये
देकर
कांग्रेस
के
विधायकों
को
लुभाने
की
कोशिश
कर
रहे
हैं।
बता
दें
कि
मध्य
प्रदेश
की
230
सदस्यों
वाली
विधानसभा
में
वर्तमान
में
228
सदस्य
हैं।
कांग्रेस
के
पास
114
विधायक
हैं।
वहीं
उसे
4
निर्दलीय,
2
बसपा
और
1
सपा
विधायक
का
भी
समर्थन
है।
बीजेपी
के
पास
107
विधायक
हैं।
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