लुटियंस दिल्ली स्थित सरकारी बगंला नहीं छोड़ना चाहते सिंधिया, केंद्र ने अनुरोध ठुकराया
नई दिल्ली: कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को लुटियंस दिल्ली स्थित अपने सरकारी बंगले को खाली करना होगा। मोदी सरकार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री की बंगले में बने रहने की अपील को ठुकरा दिया है। सिंधिया हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश के गुना लोकसभा सीट से चुनाव हार गए हैं। उनके नाम पर र 27, सफदरजंग रोड स्थित बंगला आवंटित था। उन्हें उनके पिता माधवराव सिंधिया के निधन के बाद ये बंगला आवंटित किया गया था।
केंद्र ने सिंधिया अनुरोध ठुकराया
एक नियम के अनुसार पूर्व सासंदों को पिछली लोकसभा के भंग होने के बाद एक महीने में सरकारी बंगला छोड़ना होता है। इस बार 25 मई को 16 वीं लोकसभा भंग कर दी गई थी। सूत्र से मिली जानकारी के मुताबिक सरकार ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के 27, सफदरजंग रोड बंगले पर बने रहने के अनुरोध को खारिज कर दिया है। पिछले महीने ये यह बंगला मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को आवंटित कर दिया गया था। वो उत्तराखंड के हरिद्वार से बीजेपी सांसद हैं।
अमित शाह को दिया अटल का बंगला
पिछले महीने जून में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष औक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का आवास आवंटित किया गया था। उन्हें कृष्णा मेनन मार्ग पर वाजपेयी वाला मकान आवंटित किया गया है। अटल बिहारी इस बंगले में अपने परिवार के साथ करीब 14 साल रहे थे। उनके परिवार ने पिछले साल अगस्त में उनकी मृत्यु के बाद पिछले साल नवंबर में घर खाली कर दिया था।
राहुल का नाम भी शामिल
गौरतलब है कि संसद सचिवालय ने लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे जारी होने के कुछ दिन बाद ही खाली बंगलों की लिस्ट जारी की थी। इसमें कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का तुगलक रोड पर स्थित सरकारी बंगला भी शामिल है। राहुल का बंगला टॉप कैटेगरी में आता है। वो अमेठी से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से लोकसभा चुनाव हार गए थे। हालांकि वो केरल की वायनाड़ लोकसभा सीट से चुनाव जीते। अमेठी से चुनाव हारने के बाद नियमों के तहत राहुल के बंगले को सूची में डाल गया था।
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