विरोधियों पर बरसे ज्योतिरादित्य सिंधिया, पिता को याद कर बोले- अब भाजपा ही मेरा परिवार
नई दिल्ली। कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया लगातार अपने विरोधियों के निशाने पर हैं। कांग्रेस पार्टी में उनके धुर विरोधी कहे जाने वाले दिग्विजय सिंह, कमलनाथ ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया, लेकिन सिंधिया अपने उपर लग रहे आरोपों पर लगातार पलवार कर रहे हैं और उनका जवाब दे रहे हैं। हाल ही में दिग्विजय सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता की तस्वीर को साझा करते हुए ज्योतिरादित्य पर तंज कसा था, जिसपर सिंधिया ने ट्वीट करके पलटवार किया है।
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छल
कपट
की
राजनीति
नहीं
की
सिंधिया
ने
ट्वीट
कर
लिखा,
चाहे
मेरे
पूज्य
पिताजी
हो
या
मैं,
हमने
कभी
भी
राजनीति
में
छल
कपट
का
सहारा
नहीं
लिया,
इसीलिए
लोग
हम
पर
अनर्गल
आरोप
लगाते
है।
मैंने
खुद
को
पूरे
विश्वास
के
साथ
भारतीय
जनता
पार्टी
को
सौंप
दिया
है
।
अब
यही
मेरा
परिवार
है।
श्यामा
प्रसाद
मुखर्जी
की
जयंती
के
मौके
पर
वीडियो
कॉन्फ्रेंसिंग
के
जरिए
सिंधिया
ने
कार्यकर्ताओं
से
कहा
कि
हम
हमारे
महान
नेताओं
के
पदचिन्हों
पर
चलने
का
प्रयास
करें।
उनके
विचारों
को
आत्मसात
कर
उनके
संकल्प
को
पूरा
करने
का
प्रयास
करें।
अटल
जी
के
संकल्प
पर
आगे
बढ़ें
सिंधिया
ने
कहा
कि
मैं
हमेशा
सत्य
की
लड़ाई
लड़ता
हूं।
कभी
छल
-
कपट
वाली
राजनीति
मैंने
नहीं
की।
पूर्व
प्रधानमंत्री
स्वर्गीय
श्री
अटल
बिहारी
वाजपेयी
जी
के
संकल्प
"आर-
पार
की
लड़ाई"
को
हम
आत्मसात
कर
भाजपा
के
सभी
कार्यकर्ताओं
को
मिलकर
हमें
लड़ना
है
और
कांग्रेस
को
परास्त
करना
है।कार्यकर्ताओं
से
अपील
है
कि
की
जनता
से
पूछियेगा
कि
उन्हें
मेरी
और
शिवराज
जी
की
जोड़ी
चाहिए
या
दिग्विजय
-
कमलनाथ
की
बंटाधार
जोड़ी?
ये
चुनाव
जनता
की
प्रतिष्ठा,
विकास
और
प्रगति
का
मुद्दा
है
क्योंकि
मैं
और
शिवराज
जी
ही
मुंगावली
की
जनता
के
लिये
सदा
समर्पित
रहे
हैं।
कमलनाथ
ने
युवाओं
को
बेरोज़गारी
भत्ता
तक
नहीं
दिया।
जनता
के
साथ
झूठा
आश्वासन
देकर
सिर्फ
और
सिर्फ
पैसा
वसूला
है।
ऐसी
सरकार
को
सड़क
पर
लाना
हमारी
जिम्मेदारी
थी।
हमारी
जिम्मेदारी
है
कि
जिन
कौरवों
ने
जनता
का
पैसा
लूटा
है
उन्हें
इस
चुनाव
में
जमकर
सबक
सिखाना
है।
टाइगर
अभी
जिंदा
है
दरअसल
हाल
ही
में
सिंधिया
ने
कहा
था
कि
टाइगर
अभी
जिंदा
है,
जिसके
बाद
लगातार
कमलनाथ
और
दिग्विजय
सिंह
ने
उनपर
निशाना
साधा
था।
कमलनाथ
ने
ने
शुक्रवार
को
कहा
'ना
तो
मैं
महाराज
हूं,
न
ही
मामा
और
ना
ही
मैंने
चाय
बेची
है।
मैं
तो
बस
कमलनाथ
हूँ।
कई
लोग
कहते
हैं
कि
मैं
टाइगर
हूं।
मैं
तो
ना
टाइगर
हूं
,
ना
पेपर
टाइगर
हूं,
अब
यह
तो
प्रदेश
की
जनता
तय
करेगी,
कौन
क्या
है?'
आपको
बता
दें
कि
कमलनाथ
का
ये
तंज
ज्योतिरादित्य
सिंधिया
के
उस
बयान
पर
था
जिसमें
उन्होंने
कहा
था
कि
जो
लोग
मेरी
छवि
धूमिल
करने
की
कोशिश
कर
रहे
हैं,
वे
जान
लें
'टाइगर
अभी
जिंदा
है।'
नूराकुश्ती
कमलनाथ
ने
अपने
संबोधन
में
बागी
विधायकों
पर
भी
निशाना
साधा।
कमलनाथ
ने
अपने
कार्यकाल
का
जिक्र
करते
हुए
कहा
कि
हमें
ऐसा
प्रदेश
मिला
था,
जहां
चारो
ओर
समस्याएं
थी,
युवा
पीढ़ी
के
सामने
काम
नहीं
था,
अपराध
में
प्रदेश
अव्वल
था,
मुझे
15
माह
के
दौरान
साढ़े
11
माह
कार्य
करने
का
अवसर
मिला,
इस
दौरान
मैंने
प्रयास
किया
कि
हम
नीति
और
नियत
का
परिचय
दें,
बहुत
सारी
बाते
कही
जाएगी,
15
माह
में
यह
नहीं
हुआ,
वो
नहीं
हुआ,
मैं
महाराज
नहीं
,
मैं
मामा
नहीं
हूं,
मैंने
चाय
नहीं
बेची,
मैं
कमलनाथ
हूं।
कोई
कहता
है
मैं
(सिंधिया
पर
कटाक्ष)
टाइगर
हूं,
लेकिन
मैं
न
टाइगर
हूं
और
ना
पेपर
टाइगर,
जनता
तय
करेगी
कौन
टाइगर
है
और
कौन
पेपर
टाइगर।