भाजपा में ज्योतिरादित्य सिंधिया को क्या-क्या मिलेगा, नटवर सिंह ने लगाए कयास
नई दिल्ली। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मध्य प्रदेश सरकार पर संकट के बादल छा गए हैं। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया को तत्काल प्रभाव से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से निष्कासित करने की मंजूरी दे दी है। ज्योतिरादित्य मंगलवार शाम को ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इस बीच पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, ''मुझे आश्चर्य नहीं है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है और बीजेपी में शामिल हो जाएंगे। मुझे लगता है कि उन्हें राज्यसभा भेजा जाएगा और केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। उनके पिता माधवराव सिंधिया अगर रहते तो वे प्रधानमंत्री होते।''
सिंधिया ने दिया कांग्रेस से इस्तीफा
कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी ने इस्तीफा दे दिया है। सिंधिया के इस्तीफे के बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया है। सिंधिया समर्थक 19 विधायकों ने भी अपने इस्तीफे राज्यपाल को भेज दिए हैं। इन विधायकों में कमलनाथ सरकार के छह मंत्री शामिल हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी से इस्तीफे के बाद ही विधायकों ने अगला कदम उठाते हुए इस्तीफा सौंप दिया। इन कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार के पास अब विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा नहीं रह गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब प्रदेश की कमलनाथ सरकार किसी भी समय गिर सकती है।
क्या है मध्य प्रदेश विधानसभा का गणित?
बता दें 230 विधानसभा क्षेत्रों वाली मध्य प्रदेश की विधानसभा में फिलहाल कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं। वहीं, भाजपा के पास 107 विधायक हैं। इसके साथ ही 4 निर्दलीय, सपा के एक और बसपा के भी दो विधायक हैं। वहीं विधानसभा की दो सीटें विधायकों के निधन के चलते खाली हैं। सिंधिया के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के 19 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। अब 228 विधायकों वाली विधानसभा में कांग्रेस के पास अपने 114 विधायकों समेत 7 अन्य का समर्थन हासिल है, ऐसे में उनके पास 121 विधायक हैं। वहीं, अगर इन इस्तीफा देने वाले 20 विधायकों की संख्या को विधासनभा की कुल सीटों में से घटा दें तो यह घटकर 208 रह जाएगी। ऐसे में बहुमत के लिए 105 सीटों की जरूरत होगी।
सोनिया गांधी के आवास पर आपात बैठक
कांग्रेस विधायकों के इस्तीफों के बीच सोनिया ने दिल्ली में अपने आवास पर आपात बैठक बुलाई, जिसमें पार्टी के कई वरिष्ठ नेता पहुंचे। उधर, सिंधिया के मोदी से मिलने की खबरों के बाद भोपाल में मुख्यमंत्री आवास पर भी हलचल बढ़ गई। बाला बच्चन, हुकुम सिंह कराड़ा, सज्जन सिंह वर्मा समेत कई मंत्री मिलने पहुंचे।
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