जस्टिस इंदू मल्होत्रा को खालिस्तानियों से मिली धमकी,पीएम मोदी की सुरक्षा चूक मामले की कर रही हैं जांच
नई दिल्ली, 17 जनवरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक की जांच कर रहे पैनल की अगुवाई कर रहीं सुप्रीम कोर्ट की रिटायर्ड जज जस्टिस इंदू मल्होत्रा को खालिस्तानी अलगाववादियों की ओर से धमकी दिए जाने की खबर है। इस मामले से जुड़े वकीलों ने पहले से ही ऐसी शिकायतें की हैं और यह सिलसिला अभी भी जारी है। लेकिन, अब जस्टिस इंदू मल्होत्रा को इस केस से दूर रहने की धमकी दी गई है। गौरतलब है कि 5 जनवरी को पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला एक फ्लाईओवर पर रोका गया था, जो कि उनकी सुरक्षा में बहुत बड़ी चूक मानी जा रही है और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी रमना की अगुवाई वाले बेंच ने इसकी जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय पैनल गठित किया है, जिसकी अगुवाई जस्टिस इंदू मल्होत्रा कर रही हैं।

जस्टिस इंदू मल्होत्रा को धमकी
अंग्रेजी समाचार चैनल टाइम्स नाउ की एक रिपोर्ट के मुताबिक खालिस्तानी अलगाववादियों ने जस्टिस इंदू मल्होत्रा से कहा है कि वह उन्हें पीएम मोदी की सुरक्षा चूक मामले की जांच नहीं करने देंगे। यहां तक कि पाकिस्तान समर्थित खालिस्तानियों ने गणतंत्र दिवस समारोह में भी गड़बड़ी करने की धमकी दी है और आगे भी पीएम मोदी का रास्ता रोकने की चुनौती दी है। दावे के मुताबिक यह फोन कॉल रोमानिया से आया है। जबकि पिछले कुछ दिनों से इस मामले से जुड़े वकीलों को यूरोप के कई इलाकों से धमकी भरे फोन आते रहे हैं।
रोमानिया से किया गया है फोन
रिपोर्ट के मुताबिक रोमानिया से जो धमकी भरा फोन आया है, उसमें साफ कहा गया है कि वे जस्टिस इंदू मल्होत्रा को इस केस की जांच नहीं करने देंगे। उन्होंने यह भी धमकी दी है कि वकीलों को पीएम मोदी और सिखों में से एक को चुनना होगा और उनकी बात नहीं मानने पर गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। धमकी देने वालों ने वकीलों से कहा है कि उन्होंने मोदी का पक्ष लेकर अपने आपको बहुत ही खतरनाक स्थिति में डाल दिया है।
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वकीलों को इस तरह के धमकी भरे कॉल कई बार आ चुके हैं और कुछ दिनों पहले दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में एक एफआईआर भी दर्ज की है और उसकी जांच कर रही है। लेकिन, इस बार गंभीर बात ये है कि विदेशों से आ रहे इस धमकी भरे कॉल में गणतंत्र दिवस समारोह को बाधित करने के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट की रिटायर्ड जज को डराने की कोशिश की गई है और आगे भी पीएम मोदी के काफिले को रोकने की बात कही गई है।