जस्टिस एपी शाह बोले, 'सबसे योग्य जजों' की नियुक्ति में अड़ंगा डाल रही है सरकार
नई दिल्लीः दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एपी शाह ने चौंकाने वाला बयान दिया है। एपी शाह ने कहा है कि केंद्र सरकार "सबसे योग्य न्यायाधीशों" की नियुक्ति में अडंगा डाल रही है। पूर्व जस्टिस 'बीजी वर्गीस मेमोरियल लेक्चर' में बोल रहे थे, इसी दौरान उन्होंने ये बात कही। शाह का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की नियुक्ति करना मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के लिए कड़ा इम्तिहान होगा।
शाह का कहना था कि न्यायपालिका में तत्काल सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कॉलेजियम सिस्टम को खत्म करने की आवश्यकता है और पारदर्शी व्यवस्था पर लौटने का वक्त आ गया है, जिसे न्यायाधीशों ने स्वयं अपने लिए बनाया हो। इस मामले को सुधारने की जरुरत है। जस्टिस शाह ने कहा कि सीजेआई द्वारा रोस्टर के मास्टर के रूप में निभाई जाने वाली भूमिका अधिक से अधिक पारदर्शी होनी चाहिए।
जस्टिस शाह ने आगे कहा कि "यह बहुत अच्छा होगा अगर मौजूदा मुख्य न्यायाधीश इन मुद्दों को उठाएंगे। जस्टिस (रंजन) गोगोई ने इनमें से कुछ सवाल उठाए हैं और अगर वो अगले न्यायाधीश बनते हैं तो इन प्रक्रियाओं को बदलने के लिए काफी समय दे सकते हैं।
न्यायाधीशों की नियुक्ति की प्रक्रिया पर बोलते हुए शाह ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (एनजेएसी) कानून को तोड़ दिया था और केंद्र को निर्देश दिया कि वह वर्तमान एमओपी को संशोधित करें। लेकिन अभी तक उसे अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
चार जजों की प्रेस कॉन्फ्रेस के बारे में बोलते हुए शाह ने कहा कि चार जजों ने जो मुद्दों उठाए उसके लिए पांच जजों की बैंच बनाई गई,लेकिन इन मुद्दों के लिए दो जजों की बैंच काफी थी। शाह ने आगे कहा कि योग्य जजों का सुप्रीम में होना चाहिए।
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