CBI के अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर राव के खिलाफ याचिका पर सुनवाई से अलग हुए जस्टिस एके सीकरी
नई दिल्ली। सीबीआई के अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर राव की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करने से सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस एके सीकरी ने खुद को अलग कर लिया है। दरअसल हाल ही में यह खबर सामने आई थी कि जस्टिस सीकरी का नाम उनके रिटायरमेंट के बाद लंदन ट्रिब्युनल के लिए फाइनल किया गया था, इसे लेकर काफी विवाद हुआ था, जिसके बाद सीकरी ने खुद को सीबीआई के अंतरिम डायरेक्टर नागेश्वर राव की नियुक्ति के खिलाफ याचिका पर सुनवाई से अलग कर लिया। गौर करने वाली बात है कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई ने भी खुद को इस याचिका पर सुनवाई करने वाली पीठ से अलग कर लिया था। अब इस मामले की सुनवाई दूसरी बेंच शुक्रवार को करेगी।
आपको बता दें कि नागेश्वर राव को जनवरी माह में नए डायरेक्टर की नियुक्ति तक सीबीआई का अंतरिम निदेशक बनाया गया था। आलोक वर्मा को सीबीआई के मुखिया के पद से हटाने के बाद राव को यह जिम्मेदारी दी गई थी। आलोक वर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई थी। आरटीआई एक्टिविस्ट अंजली भारद्वाज ने सीबीआई के डायरेक्टर के चुनाव में पारदर्शी प्रक्रिया अपनाए जाने को लेकर याचिका दायर की थी।
आरोप है कि राव की नियुक्ति सेलेक्शन कमेटी के सुझाव पर नहीं की गई थी, जिसमे प्रधानमंत्री, विपक्ष का नेता और सुप्रीम कोर्टा के मुख्य न्यायाधीश या फिर सुप्रीम कोर्ट का जज होता है। आपको बता दें कि जस्टिस गोगोई ने खुद को इस मामले से अलग कर लिया है और वहीं जस्टिस सीकरी ने भी इस मामले की सुनवाई वाली याचिका से खुद को अलग कर लिया है। ऐसे में इस याचिका पर नई खंडपीठ सुनवाई करेगी जोकि शुक्रवार को होगी।
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