जून ने निकाली जान, अकेले जून महीने में भारत में दर्ज हुए 4 लाख नए कोरोना मरीज
नई दिल्ली। कोरोनावायरस महामारी संकट के पिछले तीन में महीने की अवधि में नए मामलों के लिहाज से भारत के लिए जून का महीना किसी दुःस्वप्न से कम नहीं कहा जा सकता है, जब अकेले जून महीने के 30 दिनों में कोरोना वायरस संक्रमित सबसे अधिक मामले सामने आए।
यह दर्शाता है कि कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में शुरूआती लॉकडाउन के लाभ के बाद भारत लगातार फिसलता जा रहा है, इसकी तस्दीक दुनिया के सर्वाधिक कोरोना प्रभावित राष्ट्रों में भारत की स्थिति से समझा जा सकता है, जहां भारत अमेरिकी, ब्राजील और रूस के बाद चौथे स्थान पर है।
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30 अप्रैल भारत की स्थिति संभली हुई थी, केवल 33,248 ताजा मामले थे
गत 24 मार्च की आधी रात से लागू किए गए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के करीब एक महीने तक यानी 30 अप्रैल भारत की स्थिति संभली हुई थी, तब भारत में केवल 33,248 ताजा मामले दर्ज किए थे, लेकिन मई में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की शुरूआत और लोगों के एक शहर से दूसरे शहरों में आवाजाही से भारत मे तेजी से नए मामलों में इजाफा हुआ।
मई महीने में देश नए मामलों की संख्या 1.5 लाख से अधिक हो गई
यही कारण था कि मई महीने में देश नए मामलों की संख्या 1.5 लाख से अधिक हो गई और मई के अंत तक पहुंचते-पहुंचने भारत दुनिया का आठवां सर्वाधिक कोरोना प्रभावित देशों में शुमार हो चुका था।
जून महीने के 30 दिनों में भारत में कोरोना के 4 लाख नए मामले दर्ज किए
लेकिन जून महीना भारत के लिए सबसे बुरा दिन लेकर आया जब अनलॉक-1 में लॉकडाउन में छूट दी गई और महज 30 दिनों में भारत में 4 लाख नए मामले दर्ज किए। इस संख्या ने अकेले भारत को कोरोनो के मामले में दुनिया कासे चौथा सबसे अधिक प्रभावित देश बना दिया।
भारत अमेरिका, ब्राजील और रूस के बाद चौथा सबसे प्रभावित देश बना
फिलहाल, भारत अमेरिका, ब्राजील और रूस के बाद चौथा सबसे प्रभावित देश है। भारत तीसरा ऐसा देश है, जिसने जून माह में अमेरिका और ब्राजील के बाद सबसे अधिक कोरोना के नए मामले सामने आए हैं। वहीं, घातकता स्थिति में कोरोना से हुई मौत के मामले में भारत मेक्सिको के बाद चौथे स्थान पर है जबकि अमेरिका, ब्राजील और मैक्सिको उससे आगे है।
अकेले जून के महीने में कोरोना के नए मामले ने भारत को पीछे ढकेला
अकेले जून के महीने में कोरोना के नए मामले में आई तेजी ने भारत को अधिकतम कोरोना केस के मामले में दुनिया में चौथे स्थान पर ढकेल दिया। गत 15 जून तक भारत चौथे स्थान पर पहुंच चुका था और जून के मध्य में भारत में संक्रमितों के 3.22 लाख पुष्ट मामले हो चुके थे।
जून का महीना खत्म हुआ तो भारत में 5.67 लाख नए केस दर्ज हो चुके थे
जून का महीना खत्म हुआ तो भारत में लगभग 5.67 लाख पॉजिटिव केस दर्ज हो चुके थे। जून में ही भारत ने 4,00,417 नए मामले जोड़े। इसका मतलब है कि जून माह ने भारत में अब तक सामने आए कुल मामलों का 70 फीसदी का योगदान दिया।
जून महीने में ही भारत में संक्रमित मरीजों की मृत्यु दर में तेजी देखी गई
जून महीने में ही भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की मृत्यु दर में तेजी देखी गई। गत 31 मई को भारत में कोरोना से मौत का आंकड़ा लगभग 5,200 था, जो अब बढ़कर 17,000 से अधिक पहुंच चुका है। अकेले जून में कोरोना वायरस की जटिलताओं के कारण भारत में 12,000 लोगों की मौत हो गई।
अप्रैल महीने में कोरोना संक्रमण से लगभग 1,100 लोगों की जान गई
आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल महीने में कोरोनोवायरस संक्रमण से लगभग 1,100 लोगों की जान चली गई थी, जबकि मई महीने में लगभग 4,300 लोगों की जान गई थी। तुलनात्मक रूप से देखा जाए तो भारत ने मई की तुलना में जून में 2.7 गुना अधिक कोरोनवायरस के मामले बढ़े और इसी अवधि के दौरान 2.8 गुना अधिक मौतें हुईं।
मई के महीने में लगभग 87,000 कोरोनोवायरस रोगियों की रिकवरी हुई
हालांकि भारत के लिए सिल्वर लाइनिंग यानी रिकवरी दर में सुधार लगातार बनी हुई है। मई के अंत में भारत में 1.69 लाख रिकवर हो चुके थे। वहीं, अकेले मई के महीने में लगभग 87,000 कोरोनोवायरस रोगियों की रिकवरी हुई थी।
जून महीने में कुल 2,47,842 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ हुए
हालांकि यह सिलसिला जून महीने में भी जारी रहा और जून महीने में 2,47,842 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ हुए। जून में रिपोर्ट किए गए मामलों के खिलाफ रोगियों की रिकवरी दर लगभग 62 फीसदी दर्ज थी। हालांकि, इनमें से कई रोगियों को मई में ही पॉजिटिव पाया गया था और वे जून के दौरान रिकवर हुए।
आखिर जून महीने में भारत में नए मामलों मे इतनी तेजी क्यों देखी गई?
सरकार ने अनलॉक 1.0 को अधिसूचित करने के साथ बहुत हद तक लॉकडाउन नियमों में छूट दी। इसने व्यस्त बाजारों में आर्थिक गतिविधियों की अनुमति दी और यात्रा मानदंडों में भी ढील दी। सड़कों पर अधिक से अधिक भीड़ के साथ सोशल डिस्टेंसिंग मानदंडों के अनुपालन में शिथिलता बरती गई और साथ ही साथ कोरोनोवायरस के प्रसार के साथ काम करने वाले अधिकारियों की लापरवाही से मामले में इजाफा हुआ।
1 जुलाई की सुबह तक कोरोना मामलों की संख्या 5,85,493 पहुंच गई है
1 जुलाई की सुबह तक भारत का कोरोना के कुल मामलों की संख्या 5,85,493 पहुंच गई है, जिसमें से 3,47,979 रिकवर्ड और 17,400 मृतक शामिल हैं। गत 28 जून को भारत ने एक दिन में सर्वाधिक 19,906 नए मामलों के शिखर को छुआ।
2 दिनों की गिरावट के बाद बुधवार को 24 घंटों में 18,653 नए मामले आए
दो दिनों की गिरावट के बाद के बाद भारत ने बुधवार को 24 घंटों में 18,653 ताज़ा मामलों के साथ फिर से एक उछाल देखा। अब तक अस्पतालों, कोविद केंद्रों और होम आइसोलेशन से कुल 13,157 लोगों को छुट्टी दे दी गई, जबकि कोरोना के कारण पिछले 24 घंटों में 507 लोगों की मौत हुई है।