शासन ने इबोला के संक्रमण से बचने को तीन सदस्यीय कमेटी की गठित
नई
दिल्ली।
भारत
में
इबोला
का
पहला
मामला
सामने
आने
पर
दिल्ली
सरकार
की
नींद
उड़
गई।
सरकार
ने
इस
गंभीर
बीमारी
को
फैलने
से
रोकने
के
लिए
कारगर
उपाय
करने
शुरु
कर
दिए
हैं।
जिसके
तहत
तीन
सदस्यीय
कमेटी
का
गठन
किया
गया
है।
जो
हवाईअड्ड्ों
पर
खामियों
को
दूर
करेगा।
इस
संबंध
में
एक
हफ्ते
में
ही
रिपोर्ट
आने
की
बात
कही
है।
स्वास्थ्य
मंत्री
जेपी
नड्डा
ने
कहा
कि
दिल्ली
हवाई
अड्डे
की
तरह
की
व्यवस्था
24
अन्य
हवाई
अड्डों
पर
की
गई
है।
कहा
कि
लाइबेरिया
से
10
नवम्बर
को
यहां
आने
वाले
व्यक्ति
में
विषाणु
का
पता
लगाना
सरकार
की
ओर
से
अतिरिक्त
सतर्कता
का
परिणाम
है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय तथा नागर विमानन मंत्रालय संयुक्त रूप से पहल कर रहे हैं। सेना के डॉक्टरों की भी मदद मांगी गई है। एम्स एवं अन्य अस्पतालों, डब्ल्यूएचओ, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकार के अलावा कई मंत्रालयों के अधिकारियों ने इस बैठक में हिस्सा लिया। कहा कि मंत्रालय विशेषज्ञों का दल गठित करेगा जो राज्यों का दौरा करेंगे तथा इबोला के मरीजों का उपचार करने वाले अस्पतालों में तैयारियों का जायजा लेंगे।
बैठक के दौरान अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमन के तहत भारत में क्षमता विस्तार की जरूरत के संबंध में मंत्रालय की कार्य योजना को आगे बढ़ाने पर जोर देते हुए मंत्री ने कहा कि इस महीने के अंत तक 10 प्रयोगशालाओं को मजबूत बनाने की जरूरत है।
स्थिति की समीक्षा के लिए नड्डा ने अधिकारियों से कहा कि ऐसे मरीजों को हवाई अड्डे पर अलग-थलग रखने के संबंध में सभी दिशा-निर्देशों एवं मनदंडों का पालन हो। दूसरे देश से आने वाले सभी लोगों की पूरी तरह से जांच परख की जा रही है।
हवाई अड्डों पर यात्रियों के यात्रा और चिकित्सकीय जांच की जा रही है।
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