जेल से रिहा हुए पत्रकार विनोद वर्मा, कहा- CBI को सब कुछ बता दिया
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मंत्री की कथित सेक्स सीडी कांड में बीते 60 दिनों से जेल में रहे पत्रकार विनोद वर्मा को आज रायपुर की विशेष सीबीआई अदालत ने जमानत दे दी। जमानत के बाद जेल से बाहर आए विनोद वर्मा ने कहा कि मुझे फर्जी मामले में फंसाने के लिए यह साजिश रची गई। उन्होंने कहा कि सीबीआई को मैंने सब कुछ बता दिया है। मैं किस मामले पर काम कर रहा था, मैं किस स्टोरी पर काम कर रहा था। अंतागढ़ से लेकर झीरम तक की पूरी जानकारी मैंने CBI को दे दी। वर्मा ने कहा कि मैंने इन सभी मामलों की CBI से जांच की मांग की है।
मैं ब्लैकमेलिंग क्यों करुंगा?
उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि इस मामले की जांच निष्पक्ष होगी। वर्मा ने कहा कि मैं ब्लैकमेलिंग क्यों करुंगा? मेरे पास 3 फोन नंबर है जिनकी जानकारी मैंने सीबीआई को दे दी है। तीनों नंबर से अगर किसी को एक कॉल गई हो तो बताएं। 60 दिन में पुलिस भी इसे साबित नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि मेरे फोन कॉल डिटेल में मेरी ओर से किसी को भी किसी तरह की कॉल करने की जानकारी नहीं है।
मैंने सिर्फ पत्रकारिता की है
वर्मा ने कहा कि मैं प्रकाश बजाज को अब भी नहीं पहचानता हूं। वर्मा ने कहा कि मैंने सिर्फ पत्रकारिता की है। मैंने कांग्रेस के ट्रेनिंग कैंप में हिस्सा लिया लेकिन ट्रेनिंग करना किसी के लिए गुनाह नहीं है। वर्मा ने कह कि मैं पत्रकारिता कर रहा था। मैंने ही अंतागढ़ पर स्टोरी की थी। झीरम के सबूत मैं इकट्टा कर रहा था। फर्जी मुठभेजड़ की फैक्ट फाइंडिंग टीम में भी मैं शामिल था। पत्रकारिता करना मुश्किल है। समय आने पर हर बात सामने आएगी।
ये है पूरा मामला
बता दें कि 27 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ की पुलिस ने पत्रकार विनोद वर्मा को दिल्ली से सटे गाजियाबाद स्थित उनके आवास से तड़के 3.30 बजे गिरफ्तार किया था। उस दिन पुलिस ने गाजियाबाद स्थित इंदिरापुरम थाने में उनसे 7-8 घंटे तक पूछताछ की और फिर यहां से ट्रांजिट रिमांड लेकर उन्हें छत्तीसगढ़ ले गई। बता दें कि इस पूरे मामले में वर्मा पर आरोप लगाए गए थे कि उनके पास छत्तीसगढ़ की भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मंत्री राजेश मूणत की कथित सेक्स सीडी है।