भारत-स्विट्जरलैंड ज्वाइंट स्टेटमेंट ,डोरिस लिउथर्ड ने कहा हमारे पास कालेधन को लेकर कड़ा कानून
स्विट्जरलैंड के किसी राष्ट्रपति का यह चौथा भारत दौरा है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्विट्जरलैंड की राष्ट्रपति डोरिस लिउथर्ड ने नई दिल्ली में एक ज्वाइंट स्टेटमेंट जारी किया। जिसमें भारत और स्विट्जरलैंड के बीच संबंधों को मजबूत करने की बात कही गई है। अपने स्टेटमेंट में पीएम मोदी ने एमटीसीआर की सदस्यता के लिए सहयोग देने पर स्विट्जरलैंड का शुक्रिया अदा किया है।
स्विट्जरलैंड की राष्ट्रपति डोरिस लिउथर्ड ने कहा कि स्विट्जरलैंड में मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर कड़ा कानून है, हमे खुशी होगी अगर दूसरे देश भी उस कानून का अनुसरण करें। पीएम मोदी और स्विट्जरलैंड की राष्ट्रपति के बीच कालेधन के मुद्दे पर बात हुई है। दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर सहमति बनी है।
स्विटजरलैंड की राष्ट्रपति डोरिस लिउथर्ड ने साझा बयान में कहा कि हम भारत-स्विटरजलैंड एक्टीविटी लांच करेंगे। उन्होंने कहा कि हम 30 उद्योग व कारोबार जगत के 30 प्रतिनिधियों के साथ यहां आये हैं।उन्होंने कहा कि हम हम स्कील इंडिया, डिजीटल इंडिया, क्लीन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया और स्मार्ट सिटी परियोजना में भारत के प्रासंगिक व विश्वसनीय हिस्सेदार हैं।
स्विट्जरलैंड, भारत के साथ बिजनेस करने वाला का 7वां बड़ा देश है। स्विट्जरलैंड के साथ 2016-17 में कारोबार 18.2 अरब डॉलर रहा। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल ही स्विट्जरलैंड की यात्रा की थी। इस दौरान स्विट्जरलैंड ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्यता का समर्थन किया था।