पीएम मोदी से मिले अफगान राष्ट्रपति, आतंक के खिलाफ एकजुट लड़ाई का फैसला
नई दिल्ली। भारत के दो दिवसीय दौरे पर दिल्ली पहुंचे अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों ओर से महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।
भारत के दो दिवसीय दौरे पर अफगान राष्ट्रपति
मुलाकात के बाद दोनों देशों के नेताओं ने संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया। जिसमें एक दूसरे के बीच जरूरी समझौतों से जुड़े दस्तावेजों की अदला-बदली हुई।
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इस दौरान पीएम मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने दोनों देशों के बीच घनिष्ठ रिश्तों को लेकर खुशी जाहिर की। साथ ही आगे भी दोनों देशों के बीच नियमित रूप से विचार-विमर्श पर जोर देने की बात कही गई।
विदेश मंत्रालय की ओर से बताया गया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अफगानिस्तान को अपना पड़ोसी और दोस्त करार दिया है। साथ ही भारत ने एक अरब अमेरीकी डॉलर की राशि के आवंटन की बात कही है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान की तारीफ करते हुए कहा कि लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण, स्थिर और समृद्ध अफगानिस्तान को भारत हमेशा समर्थन करता रहेगा।
कई समझौतों पर लगी मुहर
प्रधानमंत्री मोदी और अफगान राष्ट्रपति के बीच स्थानीय स्थिति को लेकर चर्चा हुई। साथ ही लगातार जारी आतंकवाद और हिंसा को लेकर चिंता जताई गई।
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विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि दोनों देश में आतंकवाद और हिंसा की घटनाओं को शांति, स्थिरता और विकास में सबसे बड़ा खतरा करार दिया। उन्होंने मिलकर इस खतरे के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई की बात कही है।
विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि दोनों देशों ने आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों के खिलाफ मिलकर लड़ाई का फैसला किया है। साथ ही आतंकवाद को रोकने के लिए अपनी सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने और रक्षा सहयोग की बात भी दोनों नेताओं ने कही है।
दोनों देशों के बीच इस दौरान तीन अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किया गया। जिसमें प्रत्यर्पण संधि, सिविल और वाणिज्यिक मामलों में सहयोग और बाहरी हिस्से के शांतिपूर्ण इस्तेमाल की बात शामिल है।