नहीं जाएगी रेलवे कर्मचारियों की नौकरी, नई वैकेंसी को लेकर DG ने दी बड़ी जानकारी
कोरोना संकट में नहीं जाएगी रेलवे कर्मचारियों की नौकरी, नई भर्तियों पर भी नहीं लगेगी रोक
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप अब सरकारी नौकरियों की भर्ती पर भी दिखने लगा है। महामारी के चलते इस बीच कई सरकारी नौकरियों की भर्ती को स्थगित कर दिया गया तो कई को रद्द कर दिया गया है। ऐसे में कई मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि देश में बड़ी संख्या में सरकारी नौकरी देने वाले भारतीय रेलवे ने भी नई भर्तियों पर रोक लगा दी है, हालांकि रेलवे ने शुक्रवार को अपने एक बयान में इसका खंडन किया है। रेलवे डीजी (एचआर) आनंद एस खाती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि रेलवे में न तो किसी की नौकरी जा रही है और न ही भर्तियां कम की जा रही हैं।
रेलवे में पहले की तरह जारी रहेगी भर्ती
बता दें कि मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि रेलवे बोर्ड ने मंगलवार को जोनों के महाप्रबंधकों को लिखे अपने पत्र में उन्हें 'सुरक्षा श्रेणी' को छोड़कर नए पदों के सृजन को रोकने के लिए कहा है। रेलवे बोर्ड, रेल मंत्रालय और भारत सरकार की तरफ से जारी एक बयान में भी इस बात की जानकारी दी गई है। मंत्रालय ने अगले आदेश तक नए पदों में भर्ती पर रोक लगा दी है, हालांकि सुरक्षा संबंधी पदों पर बहाली की जाएगी। शुक्रवार को रेलवे डीजी (एचआर) आनंद एस खाती ने इन खबरों को खारिज करते हुए कहा कि विभिन्न श्रेणियों के पदों के लिए सभी चल रहे भर्ती अभियान हमेशा की तरह जारी रहेंगे।
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सिर्फ इन पदों पर होगी बहाली
उन्होंने बताया कि ट्रेन संचालन और रखरखाव के लिए आवश्यक किसी भी सुरक्षा श्रेणी की नौकरियों को सरेंडर नहीं किया जाएगा। गैर-सुरक्षा के खाली पदों को सरेंडर करने से रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर की नई परियोजनाओं के लिए और ज्यादा सेफ्टी वाली वैकेंसी निकालने में मदद मिलेगी। बता दें कि पहले मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि रेलवे के पत्र में कहा गया है कि अगर इन पदों पर वर्तमान तक कोई रिक्रूटमेंट नहीं की गई है तो उस स्थिति में पूरी वैकेंसी को रद्द किया जा सकता है या फिर सुरक्षा संबंधी पदों को छोड़कर सिर्फ 50 फीसदी भर्तियां ही की जाएंगी। कोरोना वायरस के दौरान रेलवे को बड़ा राजस्व का नुकसान हुआ है।
2018 घोषित वैकेंसी पर फैसले का असर नहीं
पत्र में बताया गया है कि बहाली पर यह रोक 2018 में घोषित तकनीकी और गैर-तकनीकी पदों के रिक्त पदों को भरने के लिए चल रही भर्ती को प्रभावित नहीं करेगा, जिसके लिए रेलवे ने पहले ही 64,317 सहायक लोको पायलट और टेक्निकिया की भर्ती की प्रक्रिया पूरी कर ली है। वहीं, 35,208 गैर-तकनीकी पदों की भर्ती के लिए रेलवे कोविड -19 संकट के बाद स्थिति समान्य होने के बाद परीक्षा आयोजित करने पर विचार बना रहा है।
रेलवे बोर्ड ने खर्च कम करने के लिए उठाए कदम
रेलवे बोर्ड ने पहले ही जोनल रेलवे को निर्देश दिया है कि वह टिकट बुकिंग काउंटरों को कम करने और व्यवस्था पर लागत को कम करने सहित किसी भी अतिरिक्त और बेकार खर्च को कम करने के लिए कदम उठाए। कोरोना काल में रेलवे को करोड़ों का घाटा होने के बाद मंत्रालय ने खर्चों में कटौती करने का फैसला किया है। नई बहाली पर रोक, पुरानी बहाली पर जरूरत के हिसाब से कटौती का फैसला उसी दिशा में उठाए गए कदम हैं। इसके अलावा रेलवे अब प्राइवेट ट्रेनों के संचालन ध्यान केंद्रीत कर रहा है।
लॉकडाउन में हुआ करोड़ों का घाटा
मालूम हो कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने 25 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी। दो महीने से अधिक समय से रेलवे के अधिकतर संचालन पूरी तरह बंद रहा। प्रवासी मजदूरों के पलायन को देखते हुए मई के दूसरे सप्ताह से स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ। हाल ही में रेलवे ने 12 अगस्त तक नियमित ट्रेनों का संचालन करने का ऐलान किया था। यह फैसला कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लिया गया।
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