JNUSU अध्यक्ष आईशी घोष ने कहा- अपने ऊपर बरसीं लोहे की रॉड, डंडों का जवाब अहिंसा से देंगे
नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ की अध्यक्ष आईशी घोष ने कहा है कि छात्रों पर बरसाई लोहे की रॉड और डंडो का जवाब हम अहिंसात्मक तरीके से देंगे। साथ ही आईशी ने कहा कि रविवार शाम जिस तरह से जेएनयू कैंपस में हिंसा हुई, उसकी निंदा करते हैं और कुलपति को तत्काल हटाए जाने की मांग करते हैं। वहीं सोमवार शाम को जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों ने रविवार शाम हुई हिंसा के खिलाफ एकजुटता में मानव श्रंखला बनाई और मशाल जुलूस निकाला।
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हमले में खुद भी घायल हुईं आईशी ने सोमवार शाम को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, हमारे ऊपर आयरन रॉड और डंडो से हमला किया गया। वो जेएनयू को खत्म करना चाहते हैं लेकिन जेएनयू अपनी लोकतांत्रिक संस्कृति को बनाए रखेगा। हम इन डंडों का जवाब बहस और चर्चा का जो जेएनयू का तरीका है, उसी से देंगे।
आईशी ने कहा है कि रविवार शाम कैंपस में छात्रों पर जो हमला हुआ, उसके पीछे आरएसएस और उसकी छात्र इकाई एबीवीपी हैं। इन संगठनों के लोगों का ये एक प्लान बनाकर किया गया हमला था। पिछले 4-5 दिनों से आरएसएस से जुड़े प्रोफेसर और एबीवीपी के लोग कैंपस में हिंसा को भड़काने की कोशिश में थे।
दिल्ली स्थित जेएनयू के कैंपस में 50-60 नकाबपोश बदमाशों डंडो और लोहे की रॉड लेकर रविवार शाम हमला कर दिया था। इस हमले में 40 से ज्यादा छात्र और शिक्षक घायल हुए हैं। जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष को भी हमले में काफी चोटें आई हैं, उन्हें आज सुबह अस्पताल से छुट्टी मिली है। एक महिला शिक्षक का भी सिर फटा है।
घटना में दिल्ली पुलिस और विश्वविद्यालय के वीसी की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। छात्रों को कहना है कि जानबूझकर वीसी ने पुलिस को कैंपस में आने की इजाजत देने में देर की। इससे हमलावर फरार हो गए। जेएनयू कैंपस में छात्रों और शिक्षकों पर हमले के बाद जेएनयू छात्र संघ ने आरएसएस के छात्र इकाई एबीवीपी पर हिंसा करने का आरोप लगाया है। वहीं एबीवीपी ने कहा है कि लेफ्ट से जुड़े छात्रों ने हिंसा की है।
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