JNU हिंसा पर विपक्ष का मोदी सरकार पर हमला, ममता ने दिल्ली भेजा डेलिगेशन
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में कुछ नकाबपोश लोगों द्वारा छात्रों और टीचरों के साथ मारपीट का मालमा सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। हमले के पीछे जेएनयू छात्र संघ ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पर आरोप लगाया है जबकि एबीवीपी का कहना है कि उनके छात्रों के उपर लेफ्ट के लोगों ने हमला किया है। जेएनयू में हुई हिंसा में छात्रों और टीचर्स समेत कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
निर्मला सीतारमण ने कही ये बात
हमले पर देशभर से लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, राजनीतिक जगत के कई नेताओं और मंत्रियों ने ट्वीट कर हमले की कड़ी निंदा की और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट कर कहा कि जेएनयू से भयावह तस्वीरें सामने आ रही हैं। उन्होंने कहा कि जिस जगह को मैं जानती हू वह बहस और विचारों के लिए था, लेकिन कभी हिंसा के लिए नहीं रहा। मैं आज की घटना की निंदा करती हूं, सरकार पिछले कुछ हफ्तों से जो भी कह रही है वह यही है कि छात्रों के लिए विश्वविद्यालय सुरक्षित स्थान हों।
Horrifying images from JNU — the place I know & remember was one for fierce debates & opinions but never violence. I unequivocally condemn the events of today. This govt, regardless of what has been said the past few weeks, wants universities to be safe spaces for all students.
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) January 5, 2020
विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जय शंकर ने की निंदा
जेएनयू हिंसा पर विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जय शंकर ने भी कड़ी निंदा की है उन्होंने ट्वीट कर रहा कि जेएनयू में जो भी हो रहा है मैंने उसकी तस्वीरें देखी। यह पूरी तरह से विश्वविद्यालय की परंपरा और संस्कृति के खिलाफ है। हमें समान रूप से हिंसा की निंदा करनी चाहिए। बता दें कि रविवार को हुए इस हिंसा में जेएनयू के CSRD की फैकल्टी सुचरिता सेन को सिर में चोट लगने के बाद एम्स में भर्ती कराया गया। जेएनयू में मास्क लगाए कुछ लोगों ने छात्रों और टीचर्स पर हमला किया है।
Have seen pictures of what is happening in #JNU. Condemn the violence unequivocally. This is completely against the tradition and culture of the university.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 5, 2020
अखिलेश यादव ने एबीवीपी को बताया BJP सैनिक
यूनिवर्सिटी में मचे बवाल पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव का भी ट्वीट सामने आया है। उन्होंने लिखा कि JNU में जिस तरह नक़ाबपोश अपराधियों ने छात्रों और अध्यापकों पर हिंसक हमला किया है वो बेहद निंदनीय है. इस विषय में तत्काल उच्च स्तरीय न्यायिक जाँच होनी चाहिए। भाजपा समाज का ध्रुवीकरण करने और असंतोष फैलाने के लिए हिंसा और नफरत का इस्तेमाल कर रही है। एबीवीपी भाजपा के सैनिकों की तरह काम कर रही है।
Masked men attacking teachers and students in JNU shows the low to which the government will stoop in order to rule through fear.
The BJP is using violence and hate to polarise society and stifle dissent. The ABVP are acting like the storm troopers of the BJP.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 5, 2020
ममता ने दिल्ली भेजा अपना प्रतिनिधिमंडल
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी जेएनयू में हुए हमले पर ट्वीट कर के अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा कि हम JNU में छात्रों और शिक्षकों के खिलाफ बर्बरता की कड़ी निंदा करते हैं। ऐसे शर्मनाक घटना का वर्णन करने के लिए पर्याप्त शब्द नहीं। हमारे लोकतंत्र पर शर्म आती है। बता दें कि ममता बनर्जी ने घटना का जायजा लेने के लिए अपने चार नेताओं का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली भेजा है जिसमें दिनेश त्रिवेदी, सजदा अहमद, मानसभूनिया, विवेकगुप्त शामिल हैं।
We strongly condemn brutality unleashed agst students/teachers in JNU. No words enough to describe such heinous acts. A shame on our democracy. Trinamool delegation led by Dinesh Trivedi (SajdaAhmed, ManasBhunia, VivekGupta) headed to DEL to show solidarity with #ShaheenBagh #JNU
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) January 5, 2020
बीजेपी ने साधा विपक्ष पर निशाना
जेएनयू पर हुए हमले की बीजेपी ने भी ट्वीट कर निंदा की है, भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पोस्ट किया गया कि BJP जेएनयू कैंपस में हुए हिंसा की कड़ी निंदा करता है। यह अराजकता की ताकतों द्वारा हताश प्रयास है, जो छात्रों को तोप चारे के रूप में इस्तेमाल करने के लिए दृढ़ हैं, अपनी सिकुड़ती राजनीतिक छाप को किनारे करने के लिए अशांति पैदा करते हैं। विश्वविद्यालयों में सीखने और शिक्षा का स्थान बने रहने दीजिए।
Bharatiya Janata Party:Strongly condemn violence on JNU campus.This is desperate attempt by forces of anarchy,who are determined to use students as cannon fodder,create unrest to shore up their shrinking political footprint. Universities should remain places of learning&education pic.twitter.com/s1q480Cpjw
— ANI (@ANI) January 5, 2020
शरद पवार ने बताया सुनियोजित हमला
इस मामले पर महाराष्ट्र में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने हमले के सुनियोजित बताया है। शरद पवार ने लिखा कि जेएनयू के छात्रों और प्रोफेसरों पर कायरतापूर्ण लेकिन सुनियोजित हमला किया गया। मैं बर्बरता और हिंसा के इस अलोकतांत्रिक कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं। हिंसक साधनों का उपयोग लोकतांत्रिक मूल्यों को दबाने के लिए किया जाता है और यह विचार कभी सफल नहीं होगा।
JNU students and professors were subjected to a cowardly but planned attack. I strongly condemn this undemocratic act of vandalism and violence. Use of violent means to suppress democratic values and thought will never succeed.
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) January 5, 2020