जेएनयू में हिंसा पर बोलीं कंगना- ये एक कॉलेज गैंगवार, ऐसे लोगों को हिरासत में लेकर चार थप्पड़ लगाने चाहिए
नई दिल्ली। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में 5 जनवरी को नकाबपोश हमलावरों द्वारा छात्रों की पिटाई के मामले पर सियासत गरमाई हुई है। हमलावरों ने कैंपस में छात्रों और शिक्षकों की पिटाई कर दी थी, जिसके बाद इस मामले को लेकर देश के कई विश्वविद्यालयों में प्रदर्शन हुए हैं। बॉलीवुड के कई कलाकारों ने इस हमले की निंदा की थी। यहां तक कि एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण जेएनयू में छात्रों के बीच भी पहुंची थी। वहीं, जेएनयू में हिंसा की घटना के बाद एक्ट्रेस कंगना रनौत का बयान आया है।
ऐसे झगड़ों को राष्ट्रीय मुद्दा नहीं बनाना चाहिए- कंगना
जेएनयू में हिंसा की घटना पर कंगना रनौत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कॉलेज गैंगवार को राष्ट्रीय मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। कंगना ने कहा, 'कॉलेज में गैंगवार होना आम बात है, ये इससे अधिक कुछ नहीं है।' अपने कॉलेज के दिनों को याद करते हुए कंगना ने कहा कि शैक्षणिक परिसर में हंगामा करने वालों को पुलिस हिरासत में लिया जाना चाहिए और उनसे सख्ती से पेश आना चाहिए। कंगना ने कहा कि एबीवीपी और एफएफआई के बीच गैंगवार एक राष्ट्रीय मुद्दा नहीं होना चाहिए।
पुलिस हिरासत में लेकर चार थप्पड़ लगाए- कंगना
कंगना ने कहा, 'एक बार हमारे हॉस्टल के गेट के अंदर एक लड़के की हत्या होने वाली थी लेकिन सौभाग्य से, उसे हमारे मैनेजर ने बचा लिया। इसलिए मैं कहना चाहूंगी कि दोनों तरफ के लोग घायल हुए हैं और इस तरह के गिरोह बहुत आक्रामक लोगों द्वारा चलाए जाते हैं, क्या इसे एक राष्ट्रीय मुद्दा बनाया जाना चाहिए?' कंगना ने कहा कि इस तरह से उपद्रव करने वाले राष्ट्रीय बहस का हिस्सा नहीं होने चाहिए, उनको पुलिस हिरासत में ले और चार थप्पड़ लगाए।
अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं
जेएनयू में हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली है लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसको लेकर छात्रों में रोष देखने को मिला है। लेफ्ट विंग के स्टूडेंट्स एबीवीपी पर जबकि एबीवीपी के छात्र लेफ्ट विंग के छात्रों पर आरोप हिंसा करने के आरोप लगा रहे हैं। दूसरी तरफ, जेएनयू में हुई हिंसा के विरोध में सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं। अपनी मांगों के समर्थन में जेएनयू के छात्रों ने गुरुवार को विरोध मार्च निकाला था। दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स भी इस विरोध प्रदर्शन को समर्थन दे रहे थे।