JNU हिंसा पर दिल्ली पुलिस का बड़ा खुलासा- आइशी घोष सहित 9 छात्रों की हुई पहचान
नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में नकाबपोश 'गुंडों' द्वारा छात्र और टीचर्स की पिटाई मामले पर दिल्ली पुलिस आज (10 जनवरी) शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फेंस कर कई अहम खुलासे किए। दिल्ली पुलिस पीआरओ एमएस रंधावा ने बताया कि जएनयू हिंसा के संबंध में दर्ज आपराधिक मामलों की जांच क्राइम ब्रांच द्वारा की जा रही है। लेकिन यह देखा गया है कि इन मामलों से संबंधित बहुत सी गलत सूचना प्रसारित की जा रही है।
इन छात्र संगठनों के सामने आए नाम
दिल्ली पुलिस ने बताया कि यूनिटी अगेन्स्ट लेफ्ट नाम के वॉट्सऐप ग्रुप से लोगों को कैंपस में हमला करने के लिए बुलाया गया था। उससे पहले तीन जनवरी को स्टूडेंट फ्रंट ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन, ऑल इंडिया स्टूडेंट्स असोसिएशन और डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन के मेंबर्स ने सेंट्रलाइज रजिस्ट्रेशन सिस्टम को रोकने के लिए जबर्दस्ती सर्वर रूम में घुसे और कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया। इसके बाद सर्वर को बंद कर दिया। इसके बाद सर्वर को किसी तरह ठीक किया। 4 जनवरी को फिर उन्होंने सर्वर ठप करने की कोशिश की।
Dr Joy Tirkey, DCP/Crime: JNU administration decided to go for online registration of students from Jan 1-5. JNU Students' Union including Students Front of India,All India Students Federation,All India Students Association&Democratic Students Federation were against it. pic.twitter.com/Ep9x7Bka0H
— ANI (@ANI) January 10, 2020
आइशी घोष के नाम का खुलासा
दिल्ली पुलिस ने हमले से जुड़े छात्रों के नाम का खुलासा किया है। इनमें सुशील कुमार (पूर्व छात्र), पंकज मिश्रा (माही मांडवी हॉस्टल), आइशी घोष (जेएनयूएसयू अध्यक्ष), भास्कर विजय, सुजेता तालुकदार, प्रिय रंजन, योगेंद्र भारद्वाज पीएचडी-संस्कृत, विकास पटेल (पीले शर्ट में एमए कोरियन) और डोलन सामंता नाम के लोगों की पहचान की गई है। डीसीपी क्राइम ब्रांच ने डॉ जॉय टिर्की ने बताया कि किसी भी संदिग्ध को अभी तक हिरासत में नहीं लिया गया है मगर हम जल्द ही उनसे पूछताछ शुरू करेंगे।
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प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले पुलिस ने कही ये बात
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में दिल्ली पुलिस ने कहा कि सामान्य तौर पर हम जांच पूरी होने के बाद ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं लेकिन इस घटना के संदर्भ में फैलाई जा रही अफवाहों की वजह से हमें पहले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करना पड़ रहा है। स्टूडेंट्स का भविष्य इससे जुड़ा हुआ है, उसको ध्यान में रखते हुए हम आपसे जानकारी साझा कर रहे हैं। सरकारी सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने कैंपस में घुसने वाले नकबपोश हमलावरों की पहचान कर ली है। बता दें कि 5 जनवरी को जेएनयू कैंपस में कुछ लोगों ने घुसकर छात्रों के साथ मारपीट की। इस घटना के बाद देश में आक्रोश है और कई स्थानों पर जेएनयू छात्रों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन भी किया गया।
Dr. Joy Tirkey, DCP/Crime, Delhi Police on #JNUViolence: No suspect has been detained till now, but we will begin to interrogate the suspects soon. pic.twitter.com/WtpqVvx1nb
— ANI (@ANI) January 10, 2020
क्या है मामला
गौरतलब है कि जेएनयू कैंपस में छात्रों के साथ हुई हिंसा के बाद से बवाल मचा हुआ है। बॉलीवुड स्टार सहित कई राजनेताओं ने भी इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए केंद्र सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा। गुरुवार को हिंसा के विरोध में जेएनयू छात्रों ने दिल्ली के मंडी हाउस में विरोध प्रदर्शन किया, इस प्रदर्शन में दिल्ली विश्वविद्याल और जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों ने भी हिस्सा लिया। जब ये मार्च राष्ट्रपति भवन की ओर जाने लगा तो पुलिस ने इसे बीच में ही रोक दिया। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप लगाया था। दिल्ली पुलिस ने अंबेडकर भवन के पास कुछ प्रदर्शनकारी छात्रों को हिरासत में भी लिया था।