JNU Violence पर बोले ओवैसी- नकाबपोशों को हरी झंडी सत्ता में बैठे लोगों ने दी
नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) हिंसा मामले में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को मोदी सरकार और दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा है। ओवैसी ने कहा कि मैं इस हिंसा की निंदा करता हूं। कायर नकाबपोशों ने छात्रों पर हमला किया। जिन्होंने नकाबपोशों को अंदर आने की इजाजत दी, अब वे ही मामले की जांच करेंगे। पुलिस के सामने योगेंद्र यादव को क्यों मारा गया। सरकार को लोगों की चीख क्यों नहीं सुनाई दी। दलगत राजनीति से उपर उठकर सरकार को मामले का हल करना चाहिए।
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उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि इन लोगों को सत्ता द्वारा हरी झंडी दी गई थी। उन्होंने एक कायरतापूर्ण तरीके से अपने चेहरे को ढंक लिया था और उन्हें जेएनयू में रॉड और लाठी के साथ प्रवेश करने की अनुमति दी गई थी। उन्होंने पुलिस पर भी आरोप लगाया है। उधर कांग्रेस और विपक्ष के नेताओं ने जेएनयू कैंपस में हुई हिंसा के लिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। जेएनयू हिंसा मामले पर प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, कपिल सिब्ब्ल, रणदीप सुरजेवाला और मायावती समेत कई राजनेताओं के बयान सामने आए हैं।
A Owaisi: I condemn this violence. There is no doubt these ppl were given the green signal by the powers that be. They had covered their faces in a cowardly way and were allowed to enter JNU with rods&sticks.Worst is there is a video which shows Police allowed them safe passage pic.twitter.com/P70lSm7xjh
— ANI (@ANI) January 6, 2020
बसपा अध्यक्ष मायावती ने हिंसा की इस घटना को शर्मनाक बताया तो कपिल सिब्बल ने हिंसा मामले की जांच की मांग की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने हिंसा मामले पर सवाल उठाते हुए कहा कि नकाबपोश लोगों को कैंपस में कैसे घुसने दिया गया। वाइस चांसलर ने क्या किया और पुलिस क्यों मूकदर्शक बनकर खड़ी रही। सिब्बल ने कहा कि इन सभी सवालों के जवाब नहीं हैं, जिससे साफ जाहिर होता है कि ये साजिश की गई है। इस मामले की जांच होनी चाहिए।