स्वरा के बाद पूजा भट्ट भी जेएनयू छात्रों के समर्थन में उतरीं, बोलीं- पुलिस की क्रूरता दुखद
Recommended Video
नई दिल्ली। फीस बढ़ाए जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों को बॉलीवुड की दो अभिनेत्रियों, स्वरा भास्कर और पूजा भट्ट का साथ मिला है। दोनों अभिनेत्रियों ने ट्वीट कर कहा है कि फीस बढ़ाया जाना ठीक नहीं है और छात्रों का विरोध जायज है। पूजा और स्वरा ने कहा है कि क्या शिक्षा पर सिर्फ अमीरों का ही हक है, जो उसे महंगा कर दिया जा रहा है। पूजा ने पुलिस के रवैये पर भी सवाल उठाया है।
|
पूजा भट्ट बोलीं- शिक्षा पर हवा की तरह सबका हक
पूजा ने विश्वविद्यालय के छात्रों के प्रजर्शन पर ट्विटर पर लिखा, 'शिक्षा हासिल करना किसी का विशेषाधिकार नहीं है। ये साफ हवा में सांस लेने की तरह ही हर किसा का हक है। यह देखकर दुख होता है कि पुलिस जेएनयू के छात्रों के साथ बेहद क्रूरता के साथ पेश आ रही है। क्या पुलिस के लोग भूल गए हैं कि उनकी ड्यूटी सुरक्षा देने की है। स्टूडेंट्स के साथ इस तरह का बर्ताव दुखद है। पूजा भट्ट अभिनेत्री होने के साथ-साथ प्रोड्यूसर और डायरेक्टर भी हैं।
|
स्वरा बोलीं- ये प्रदर्शन गरीब बच्चों के लिए
समाजी और राजनीतिक मुद्दों पर अक्सर अपनी बात रखने के लिए पहचान रखने वाली स्वरा भास्कर ने ट्वीट किया, जेएनयू स्टूडेंट्स भारत में गरीबी में पैदा हुए और होने वाले बच्चों के लिए सड़कों पर विरोध कर रहे हैं। आखिर क्यों अच्छी उच्च शिक्षा केवल अमीरों को ही हासिल हो? स्वरा भास्कर पूर्व में जेएनयू की छात्रा भी रह चुकी हैं।
जेएनयू में विरोध प्रदर्शन खत्म करने को सुपर 30 संस्थापक आनंद कुमार ने दिया ये सुझाव
तीन हफ्ते से प्रदर्शन कर रहे हैं छात्र
बीते 20 दिनों से जेएनयू छात्र हॉस्टल नियमावली के मसौदे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें छात्रावास की फीस बढ़ाए जाने, ड्रेस कोड और आवाजाही के समय पर प्रतिबंध का जिक्र है। छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए बीते बुधवार को जेएनयू कार्यकारी परिषद ने हॉस्टल फीस में बढ़ोतरी के फैसले को आंशिक तौर पर वापस लेने का फैसला किया था। इसमें फीस में कुछ कमी की बात कही गई थी लेकिन छात्रों की मांग है कि बढ़ी फीस का फैसला पूरी तरह से खत्म किया जाए। छात्रों ने सोमवार और मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर विश्वविद्यालय से संसद तक मार्च भी किया, हालांकि पुलिस ने बल प्रयोग कर पहले ही रोक दिया।