दो साल के लिए बंद किया जाए JNU, कर आतंकवाद पर लगे लगाम: सुब्रमण्यम स्वामी
नई दिल्ली। वरिष्ठ बीजेपी नेता तथा राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने शुक्रवार को एक बार फिर नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) को बंद करने का सुझाव दिया है। स्वामी ने अहमदाबाद के थलतेज में एक निजी विश्वविद्यालय के कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से कहा कि सरकार को जेएनयू को लेकर बड़ा कदम उठाना चाहिए। इसकी सफाई के लिए इसे कम से कम दो साल के लिए बंद कर देना चाहिए और जब यह शुरू हो तो इसका नाम बदल कर सुभाष चंद्र बोस विश्वविद्यालय कर दिया जाना चाहिए।
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उन्होंने कहा कि बंद करने से पहले अच्छे छात्रों को दिल्ली विश्वविद्यालय या अन्य में स्थानांतरित कर देना चाहिए तथा हुल्लड़बाजों को बाहर कर देना चाहिए। स्वामी ने कहा कि नेहरू के नाम पर पहले से ही कई संस्थान हैं, इसलिए जेएनयू का नाम बदल दिया जाना चाहिए। स्वामी ने दावा किया कि जेएनयू तथा अन्यत्र हो रहे नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के हिंसक विरोध के पीछे आतंकी और विदेशी तत्वों का हाथ भी है।
स्वामी ने देश की अर्थव्यवस्था पर भी बातें कहीं। उन्होंने कहा देश की अर्थव्यवस्था काफी खराब स्थिति में है। उनका यह भी कहना है कि निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए 'कर आतंकवाद' पर लगाम लगायी जानी चाहिए। उन्होंने कहा सब कुछ नीचे की ओर जा रहा है। यदि ऐसा ही जारी रहा तो बैंकों का कामकाज बंद हो जाएगा, एनबीएफसी बंद हो जाएंगे और इसके काफी खराब परिणाम होंगे।' उन्होंने आगे कहा, 'जो उपाय किए जा सकते हैं उनमें पहले आयकर को समाप्त करने की जरूरत है।
हमारे देश में कर आतंकवाद पर लगाम लगाने की जरूरत है ताकि लोग निवेश शुरू करें और 'टैक्समैन' से डरें नहीं।' सुब्रमण्यम स्वामी का कहना था, 'वर्तमान में हम जिस समस्या का सामना कर रहे हैं, वह है मांग की कमी। हमारे पास अच्छी आपूर्ति है। इसलिए सरकार को नोट छापने और इसे लोगों के हाथों में देने की जरूरत है, जिससे कि मांग बढ़े।'
दिल्ली स्थित जेएनयू में हाल ही में हुई हिंसा के बारे में पूछे जाने पर सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा के लिए प्रत्येक विश्वविद्यालय परिसर में अमेरिका की तरह पुलिस की उपस्थिति होनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'जेएनयू जैसे विश्वविद्यालयों में केवल पुलिस ही नहीं बल्कि सीआरपीएफ और बीएसएफ भी होनी चाहिए।