JNU ने छात्रों को हॉस्टल खाली करने का सर्कुलर जारी किया, कहा- ट्रेन-टैक्सी चल रहे, जाएं अपने घर
नई दिल्ली। पूरा देश इस समय कोरोना वायरस संकट से जूझ रहा है, विभिन्न राज्यों में फंसे राज्य अब ट्रेन और विमान सेवा शुरू होने के बाद अपने घरों को लौट रहे हैं। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने भी अपने उन छात्रों को घर वापस जाने के लिए कहा है जो लॉकडाउन के पहले से ही हॉस्टल में रह रहे हैं। बता दें कि कोरोना वायरस संकट में विश्वविद्यालय ने छात्रों को हॉस्टल में ही रहने की अनुमति दी थी लेकिन अब नियमों में ढील मिलने के बाद छात्रों को घर जाने का आदेश दिया गया है।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के चौथे चरण में बस, ट्रेन और घरेलू उड़ानों का परिचालन शुरू हो गया है। जेएनयू प्रशासन का कहना है कि अब हॉस्टल में फंसे छात्रों को अपने घर लौट जाना चाहिए। डीन ऑफ स्टूडेंट्स प्रोफेसर सुधीर प्रताप सिंह ने मार्च में एक सर्कुलर जारी कर छात्रों को संस्थान के बंद होने की जानकारी दी थी, और सभी को हॉस्टल छोड़ने के लिए कहा गया था। हालांकि उस दौरान पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद होने की वजह से छात्रों ने हॉस्टल में ही रहने का अनुरोध किया था।
अब संस्थान ने छात्रों के लिए एक और सर्कुलर जारी करते हुए कहा है कि रेलवे कुछ स्पेशल ट्रेने चला रही हैं और 1 जून से रोजाना 200 ट्रेनें चलाई जाएंगी। साथ ही सरकार ने अंतरराज्यीय बसें और टैक्सी को भी छूट दे दी है वहीं कुछ राज्य सरकारें छात्रों की घर वापसी के लिए ट्रांस्पोर्ट का इंतजाम भी कर रही हैं। विश्वविद्यालय कहा, केंद्र सरकार की गाइडलाउन के मुताबिक छात्र 25 जून या उसके बाद कैंपस में लौट सकते हैं। तब तक सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। सर्कुलर में कहा गया कि दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, इसको ध्यान में रखते हुए संस्थान छात्रों को अपने घर लौटने की सलाह देती है।
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