JNU का 'कम्प्यूटर ऑपरेटर' बना वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की 'मशीन', 9 बार गिनीज बुक में नाम दर्ज
नई दिल्ली, जून 23: हमारे देश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। आए दिन हमें ऐसा कुछ ना कुछ देखने को मिल जाता है, जो एकदम हैरान कर देने वाला होता है। दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर ऑपरेटर की जॉब करने वाले विनोद कुमार चौधरी को अपने काम से इस कदर प्यार हो गया कि उन्होंने 9 बार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवा दिया। दरअसल, कंप्यूटर को ऑपरेटर करने वाले विनोद की-बोर्ड पर काम करने में इतने मशगूल हो गए कि उन्होंने टाइपिंग स्पीड में सबको हैरान करते हुए कई गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं।
विनोद के नाम 9 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
विनोद कुमार चौधरी के नाम अब तक 9 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं। विनोद ने कई बार अपना खुद का रिकॉर्ड ही तोड़ा है। 41 साल के विनोद ने हाल ही में कोरोना लॉकडाउन के दौरान एक और नया रिकॉर्ड दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि नया रिकॉर्ड एक मिनट में 205 बार टेनिस बॉल को उछाल कर बनाया है। इसके अलावा उनके पास टाइपिंग में 8 वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं, जिसमें नाक से सबसे तेज टाइपिंग, आंखों पर पट्टी बांधकर सबसे तेज टाइपिंग और माउथ स्टिक से सबसे तेज टाइपिंग करना शामिल है। उन्होंने अपने ही रिकॉर्ड तोड़े हैं।
नाक से सबसे तेज टाइपिंग करने का रिकॉर्ड
हालांकि 9 बार विश्न रिकॉर्ड बनाने के बाद भी विनोद की चाहत कम नहीं हुई है। उनका कहना है कि अभी वो और रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में जुटे हुए हैं। उन्होंने 2014 में नाक से सबसे तेज टाइपिंग करने का रिकॉर्ड बनाया था। विनोद ने बताया कि मुझे 2014 में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की प्रेरणा मिली, जब मैंने एक व्यक्ति को नाक से टाइप करते हुए देखा। मुझे लगा कि मैं भी कर सकता हूं। मैंने अभ्यास करना शुरू किया और रिकॉर्ड तोड़ने तक जारी रखा।
तेज टाइपिंग के बेताज बादशाह
जेएनयू के स्कूल ऑफ एनवायर्नमेंटल साइंसेज (एसईएस) में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में काम करने वाले 41 साल के विनोद चौधरी आंखें बंद कर तेज स्पीड से टाइप करने, मुंह में स्टीक रखकर सबसे तेज टाइप करने का रिकॉर्ड भी इन्हीं के नाम हैं। वह अपने घर पर गरीब और दिव्यांग बच्चों के लिए एक कंप्यूटर सेंटर चलाते हैं और वहां की दीवारों पर उनके द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड की तस्वीरें लगी हुई हैं।
टाइपिंग किंग की रिकॉर्ड लिस्ट
वहीं उनके 9 विश्व रिकॉर्ड पर पर नजर डालें को विनोद चौधरी ने साल 2014 में नाक के जरिए की-बोर्ड पर 46.30 सेकंड में 103 वाक्य टाइप किए थे। जो एक रिकॉर्ड हैं। ऐसे ही साल 2016 में एक हाथ से 6.9 सेकंड में A टू Z तक टाइप कर दिया। फिर 2016 में ही आंखों में पट्टी बांधकर 6.71 सेकंड में A से Z तक टाइपिंग की। 2017 में विनोद ने मुंह में पेन रखकर टाइपिंग का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। ऐसे ही 2018 में उन्होंने मुंह से टाइपिंग करने के अपने पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा। इसके साथ 2019 में एक उंगली से सबसे तेज टाइपिंग करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल किया।
19 वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज करना चाहते हैं विनोद
साल 2019 में विनोद चौधरी ने फिर अपने ही रिकॉर्ड को ब्रेक करके मुंह में पेन रखकर टाइपिंग करने का नया कीर्तिमान बनाया। इसी साल 2019 में ही एक उंगली से सबसे तेज टाइपिंग करने का अपना पुराना रिकॉर्ड दोबारा ब्रेड करके नया रिकॉर्ड दर्ज किया। अब हाल ही में कोरोना लॉकडाउन के दौरान 2021 में टेनिस बॉल को 1 मिनट में 205 बार हाथों से उछालकर नया कीर्तिमान रचा है। विनोद का कहना है कि उनका मकसद गिनीज बुक में 19 से अधिक रिकॉर्ड दर्ज कराना हैं, जो कि क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज हैं।