उत्तर प्रदेश : जिन्ना की तस्वीर को लेकर जावेद अख्तर ने पूछा तीखा सवाल, हिंसक हुआ बवाल
अलीगढ़। एक बार फिर से पाकिस्तानी संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर बवाल मचा है, जिस पर अब बयानबाजी तेज हो गई है। दरअसल अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पाकिस्तानी संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर यूनियन हॉल में टंगी थी, जिस पर बवाल मच गया। अब इस बवाल पर बयान दिया है मशहूर गीतकार और लेखक-शायर जावेद अख्तर ने, जिन्होंने ट्वीट करके पूछा है कि जिन्ना ना तो टीचर थे और ना ही छात्र, फिर उनकी तस्वीर अलीगढ़ विवि में क्या कर रही है।
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जावेद अख्तर ने पूछा सवाल
आपको बता दें कि जावेद अख्तर से पहले अलीगढ़ से बीजेपी सांसद सतीश गौतम ने पत्र में कहा था कि जिन्ना की तस्वीर यूनिवर्सिटी में लगाए रखने की क्या मजबूरी है जबकि जिन्ना देश के बंटवारे के सूत्रधार थे। ऐसे में जिन्ना की तस्वीर एएमयू में लगाना कितना तार्किक है, मेरे ख्याल से जिन्ना की तस्वीर को पाकिस्तान भेज देना चाहिए।
प्रदर्शनकारियों ने जिन्ना का पुतला फूंका
इस मामले को लेकर बुधवार को यूनिवर्सिटी परिसर के पास हिंदूवादी संगठनों और तमाम छात्रों ने प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं परिसर के बाहर प्रदर्शनकारियों ने जिन्ना का पुतला भी फूंका। देखते ही देखते ये प्रदर्शन उग्र हो गया और भीड़ बेकाबू हो गई।
पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा
प्रदर्शनकारियों को उग्र होते देख पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। जिसमें एक दर्जन से ज्यादा छात्र घायल हो गए हैं। फिलहाल इस इस प्रदर्शन के बाद यूनिवर्सिटी कैंपस और उसके बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और यूनियन हॉल के गेट पर ताला लगा दिया गया है।
तो इसलिए लगी थी जिन्ना की तस्वीर
एएमयू के एक स्टूडेंट ने यूनियन हॉल में पाकिस्तान के जनक मोहम्मद अली जिन्ना की फोटो लगी होने पर कहा कि एएमयू में स्टूडेंट यूनियन और टीचर्स एसोसिएशन के फैसलों का यूनिवर्सिटी से सीधा मतलब नहीं होता है। जिन्ना को बंटवारे से पहले 1938 में सदस्यता दी गयी थी इसलिए उनकी तस्वीर यूनियन हॉल में लगी हुई है।