झारखंड में BJP सरकार चली दिल्ली की केजरीवाल सरकार की राह
नई दिल्ली- सुनकर तुरंत यकीन करना मुश्किल है, लेकिन बात पूरी तरह सच है। झारखंड में बीजेपी की रघुबर दास सरकार दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार के एक पॉपुलर स्कीम की तर्ज पर एक योजना शुरू करने पर विचार कर रही है। दिल्ली की आम आदमी सरकार अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल की जो कुछ भी उपलब्धियां गिनवाती है, उसमें से उसकी एक लोकप्रिय योजना 'मोहल्ला क्लिनिक' का जिक्र जरूर होता है। अब झारखंड में भाजपा सरकार भी केजरीवाल सरकार की उस योजना से सीख लेते हुए स्लम इलाके के लोगों के लिए ऐसी ही स्वास्थ्य योजना लाने की तैयारी में है।
केजरीवाल ने की थी पीएम मोदी से गुजारिश
ज्यादा दिन नहीं बीते हैं। पिछले 21 जून यानी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर ही दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने पीएम मोदी को जीत की बधाई देने के साथ-साथ उनसे दिल्ली सरकार की मोहल्ला क्लिनिक का दौरा करने का निवेदन भी किया था। इस दौरान केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना 'आयुष्मान भारत' को लेकर भी चर्चा की थी। उन्होंने प्रधानमंत्री को भरोसा दिलाने की कोशिश की थी कि दिल्ली सरकार की अपनी स्वास्थ्य योजना काफी बड़ी है, लेकिन फिर भी वो 'आयुष्मान भारत' को भी राज्य सरकार की योजना में शामिल करने के लिए उसकी सभी पहलुओं की छानबीन जरूर करवाएंगे।
दिल्ली की केजरीवाल सरकार की राह
'आयुष्मान भारत' पर केजरीवाल सरकार कितनी आगे बढ़ी ये तो अभी पता नहीं है, लेकिन ये साफ हो चुका है कि झारखंड सरकार दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य योजना को अपने यहां लागू करने की तैयारी में जुट चुकी है। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा है कि,'ये क्लिनिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की तरह होंगे और मुफ्त जांच की सुविधाएं, इलाज एवं छोटी बीमारियों के लिए दवाइयां मुहैया कराएंगे। यह दैनिक मजदूरों के लाभ के लिए शुरू किया जा रहा है, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल जाने के कारण एक दिन की मजदूरी का नुकसान उठाना पड़ता है। ये क्लिनिक रोजना सुबह और शाम में खुलेंगे। गंभीर रोगियों को इलाज के लिए बड़े अस्पतालों में रेफर किया जाएगा।' यानी रघुबर दास की सरकार उसी दिशा में आगे बढ़ रही है, जिसे केजरीवाल सरकार अपनी उपलब्धियों में गिनाती है।
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क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी?
झारखंड के मोहल्ला क्लिनिकों में ओपीडी, टीकाकरण, मैटरनिटी, प्रसव के बाद की सुविधाएं और फैमिली प्लानिंग से जुड़ी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। इनके अलावा इन सरकारी क्लिनिकों में मलेरिया, टीबी और दूसरी मामूली बीमारियों की जांच सुविधाएं भी मुहैया करवाई जाएंगी। इन क्लिनिकों में इलाज करने वाले डॉक्टरों को उनके द्वारा उपचार किए गए मरीजों की संख्या के आधार पर पेमेंट की व्यवस्था रहेगी। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक 1,500 की आबादी वाले हर स्लम में एक मोहल्ला क्लिनिक बनाए जाएंगे। राज्य में फिलहाल 25 अस्थायी मोहल्ला क्लिनिक खोले जाने की योजना है। राज्य सरकार इन क्लिनिकों को बीमारियों की रोकथाम के लिए जागरूकता केंद्रों के तौर पर भी इस्तेमाल करने की योजना बना रही है। कुल मिलाकर इसे अच्छा प्रयास माना जा सकता है कि अगर देश के किसी एक इलाके में कोई योजना जनता के हित की है, तो उसे दूसरे राज्यों में भी अपनाने की कोशिश होनी चाहिए, चाहे राजनीतिक विचारधारा में आकाश-पाताल का अंतर क्यों न हो।
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