झारखंड के 3 जिलों को अलग देश घोषित करने की थी तैयारी, 45 गिरफ्तार, इलाके में कर्फ्यू
नई दिल्ली। झारखंड के 3 जिलों को अलग देश घोषित करने की तैयारी थी। सोमवार को झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में कोल्हान मंडल को अलग देश घोषित करने का कार्यक्रम रखा गया था। इस कार्यक्रम की अगुआई एक रिटायर्ड ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (बीडीओ) कर रहा था। कार्यक्रम की सूचना मिलते ही झारखंड पुलिस में हड़कंप मच गया। आनन फानन में पुलिस ने मौके पर पहुंच इस कार्यक्रम को रोक दिया। पुलिस ने आरोपी समेत 45 लोगों को राष्ट्रद्रोह के आरोप में गिरफ्तार करने के साथ पूरे इलाके में कर्फ्यू लगा दिया है।
आदिवासी बहुल इलाका है कोल्हान
कोल्हन मंडल आदिवासी बहुल इलाका है। इस मंडल में पश्चिमी सिंहभूम समेत झारखंड के 3 जिले आते हैं। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक एक रिटायर्ड बीडीओ, रामो बिरुवा इस मंडल को अलग देश घोषित करने की तैयारी में था। 80 साल का रामो बिरुवा पुलिस के पहुंचने से पहले कार्यक्रम से फरार हो गया। हालांकि पुलिस ने उसके दाहिने हाथ कहे जाने वाले साथी मुन्ना बानसिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बानसिंह समेत 45 लोगों को राष्ट्रद्रोह के मामले में गिरफ्तार कर इलाके में कर्फ्यू लगा दिया है।
ब्रिटिश सरकार को 1995 में लिखा पत्र
बताया जाता है कोल्हन आदिवासियों का एक समूह आजादी के 70 साल बाद भी खुद को पूरे देश से अलग मानता है। इन लोगों ने एक 'कोल्हान गवर्नमेंट एस्टेट' बनाया है जिसमें वो अपने भारतीय कानून से ज्यादा अपने प्राचीन कानून को ज्यादा मान्यता देते हैं। रामो बिरुवा को जब इस बारे में पता चली तो उसने आदिवासियों से इस मामले में संपर्क साधा। ऐसा कहा जाता है कि आदिवासियों के नेता के रुप में बिरुवा ने 1995 में ब्रिटिश सरकार को एक पत्र लिखा था जिसके बाद 1998 ब्रिटिश सरकार ने पत्र का जवाब दिया। इस पत्र में रामो बिरुवा को 'कोल्हान गवर्नमेंट एस्टेट' का संरक्षक घोषित कर दिया गया। सरंक्षक घोषित होने के साथ ही उसे 'कोल्हान गवर्नमेंट एस्टेट' के लोगों से टैक्स वसलूने का भी अधिकार भी दिया गया।
खुद को राजा घोषित किया था
'कोल्हान गवर्नमेंट एस्टेट' का संरक्षक बनने के साथ ही रामो बिरुवा इसे अलग देश बनाने की तैयारी में जुट गया था। वह बीते 19 सालों से इलाके में चोरी छुपे बैनर पोस्टर बांटकर इसका प्रचार करता था। पुलिस ने उसे बीच में एक बार गिरफ्तार भी किया था लेकिन फिर वो थोड़े दिनों बाद ही जेल से छुट गया। अभी हाल ही में उसने कोल्हान आदिवासियों के साथ एक बैठक की थी जिसमें उसने खुद को राजा घोषित किया था। 18 दिसंबर को 'कोल्हान गवर्नमेंट एस्टेट' का झंडा फहारकर रामो बिरुवा इसे भारत से अलग देश घोषित करने की तैयारी में था लेकिन पुलिस ने यह कार्यक्रम रुकवा दिया।
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