झारखंड: मंत्री के बेटे को किया गया होम क्वारंटाइन, दिल्ली मरकज में शामिल होने की आशंका
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीग-ए-जमात में हिस्सा लेने वालों के कारण सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। यहां लॉकडाउन के बावजूद करीब 2300 लोग इकट्ठा हुए थे। इनमें से कुछ कोरोना पॉजिटिव पाए गए जबकि कुछ की वायरस के चलते मौत भी हो गई। अब खबर आई है कि झारखंड पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने बुधवार को इस बात का पता लगाया है कि राज्य सरकार में मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के बेटे तनवीर हुसैन भी निजामुद्दीन के कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
देवघर प्रशासन ने तनवीर हुसैन को आइसोलेशन में भेजने का आदेश दिया है। जबकि उनके पिता यानी हाजी हुसैन और पूरे परिवार को क्वारंटाइन करने का आदेश दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जब इस मामले में हाजी हुसैन अंसारी और तनवीर हुसैन से पूछा गया तो उन्होंने जमात के कार्यक्रम में तनवीर के शामिल होने की बात से इनकार कर दिया। तनवीर हुसैन के पिता ने कहा कि उनका बेटा साल 1993 के बाद से कभी दिल्ली नहीं गया है, जबकि तनवीर ने अपनी पढ़ाई दिल्ली से ही पूरी की है।
अब तनवीर हुसैन का बयान सही है या गलत इसकी पुष्टि के लिए प्रशासन ने सीसीटीवी फुटेज की स्कैनिंग करना शुरू कर दिया है। स्पेशल ब्रांच को इस बात का पता चला है कि झारखंड के 37 लोगों ने निजामुद्दीन में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शिरकत की थी। इनमें से दो लोग देवघर जिले के मधुपुर से थे। वहीं 37 में से 11 लोगों की पहचान रांची में हो गई है। इन सभी को रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) में भेज दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक झारखंड के रहने वाले उन सभी लोगों का पता लगा लिया गया है, जो दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित कार्यक्रम में गए थे। बता दें निजामुद्दीन इलाके में मौजूद तबलीगी जमात के मरकज में दुनिया के अलग-अलग इलाकों से लोग आए थे। यहां कार्यक्रम में शामिल होने के बाद करीब 1000 लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में चले गए हैं, जिन्हें ढूंढने का काम जारी है। भारत में अभी तक कोरोना वायरस के 1834 मामलों की पुष्टि हो गई है, जबकि मरने वालों की संख्या 41 हो गई है।
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