झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: JMM ने टिकट दावेदारों से मांगे 51-51 हजार रुपये
नई दिल्ली- झारखंड मुक्ति मोर्चा ने झारखंड विधानसभा चुनाव में टिकट के दावेदारों को 51,000 रुपये जमा करने को कहा है। ये जानकारी शुक्रवार को एक पार्टी नेता ने दी है। उनके मुताबिक ये पैसे पार्टी फंड में जमा होंगे, जिससे पार्टी को चुनाव लड़ने में मदद मिलेगी। इस बीच राज्य में जेएमएम, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के बीच में सीटों का तालमेल हो गया है और जेएमएम नेता हेमंत सोरेन को सीएम उम्मीद के तौर पर प्रोजेक्ट किया गया है।
जेएमएम के महासचिव और प्रवक्ता विनोद कुमार पांडे ने कहा है कि पार्टी ने पिछले चुनावों में ऐसे ही फैसले लिए थे। अलबत्ता तब 5,000 रुपये से लेकर 21,000 रुपये तक ही वसूले गए थे। लेकिन, इसबार पार्टी ने उम्मीदावारों से 51,000 रुपये लेने का फैसला किया गया है। पांडे के मुताबिक, "पार्टी के जिन कार्यकर्ताओं ने चुनाव लड़ने के लिए आवेदन डाला है, उन्हें पार्टी फंड में 51,000 रुपये जमा करना चाहिए, जिससे पार्टी को चुनाव लड़ने में मदद मिलेगी।"
पार्टी में टिकट चाहने वालों से इस तरह से रकम वसूलने के लिए उनके पास अपने तर्क भी हैं। पांडे ने कहा, "हम लोग कॉर्पोरेट पार्टी से नहीं हैं। हमारी पार्टी कार्यकर्ताओं के सहयोग से चलती है।" जब उनसे पूछा गया कि पार्टी पहली लिस्ट कब जारी करेगी तो उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी दी जाएगी।
बता दें कि राज्य में महागठबंधन में टूट पड़ चुकी है और झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। जबकि, जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी ने सीटों के तालमेल को लेकर शुक्रवार को फॉर्मूले की घोषणा भी कर दी है। इसके तहत जेएमएम 43, कांग्रेस 31 और आरजेडी 7 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाया गया है।
2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सभी सीटों पर लड़ी थी, लेकिन सिर्फ 6 सीटें ही जीत पाई थी। जबकि, जेएमएम को 19 और जेवीएम (पी) को 8 सीटें मिली थी। पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम (पी) के 6 विधायक बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे।
राज्य की 81 सीटों वाली विधानसभा के लिए 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच 5 चरणों में चुनाव होने हैं और 23 दिसंबर को वोटों की गिनती होनी है।
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