JEE मुख्य परीक्षाः पहले 3 दिन परीक्षा केंद्र पर नहीं पहुंचे करीब 25 फीसदी छात्र
नई दिल्ली। शिक्षा मंत्रालय द्वारा गुरुवार को साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक कोरोना महामारी के बीच विरोध के संचालित कराए जा रहे जेईई मुख्य परीक्षा के लिए पंजीकृत कुल 458,521 छात्रों में से कम से कम 114,563 छात्र परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए नहीं पहुंचे। यह आंकड़ा पिछले दिनों से कराए जा रहे परीक्षा से जोड़ दिया जाए तो जेईई मुख्य परीक्षा में ड्रॉपआउट छात्रों की संख्या लगभग 25 फीसदी बैठती है।
Recommended Video
Here is the attendance for the last 3 days for #JEEMain. Heart whelming to see so many students participating in this Yagna to create #AatmaNirbharBharat despite #Covid_19 pandemic. I thank all Chief Ministers for their support to ensure that students' careers are not affected. pic.twitter.com/oWUlPLQC4z
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) September 3, 2020
अमेरिका में अश्वेतों पर सिलसिलेवार हमले डोनाल्ड ट्रंप की दूसरी पारी पर लगा सकते हैं ब्रेक!
मंगलवार को सोशल डिस्टेंसिंग जैसे कड़े उपायों के बीच शुरू हुईं परीक्षा
गौरतलब है कोरोना महामारी के मद्देनजर कड़े एहतियात और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे उपायों के बीच मंगलवार को परीक्षाएं शुरू हुईं, क्योंकि निर्णायक परीक्षा के स्थगित होने का सिलसिला बढ़ता रहा था, जो कि पहले ही दो बार टाला जा चुका था।
जेईई मुख्य परीक्षा के लिए पहले 3 दिनों में केवल 343,958 परीक्षार्थी बैठे
शिक्षा मंत्रालय द्वारा साझा किए गए डेटा के मुताबिक जेईई मुख्य परीक्षा के लिए पहले तीन दिनों में केवल 343,958 परीक्षार्थी गए। पहले दिन लगभग 54.6 फीसदी परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी, दूसरे दिन 81 फीसदी छात्रों की उपस्थित रही, जबकि तीसरे 82 फीसदी छात्रों की उपस्थिति बताई गई है।
महामारी के बीच जेईई-मुख्य परीक्षा अगले 6 सितंबर तक जारी रहेगी
दरअसल, महामारी के बीच आयोजित की जा रही जेईई-मुख्य परीक्षा अगले 6 सितंबर तक जारी रहेगी और सुरक्षा के मद्देनजर परीक्षा केंद्रों की संख्या 570 से 660 तक वृद्धि की गई। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA)ने परीक्षा केंद्रों में परीक्षार्थियों के बैठने के लिए वैकल्पिक बैठने की योजना बनाई गई, जिससे प्रति कमरे कम उम्मीदवार हो। यह कदम परीक्षा के सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए उठा गए हैं।
एडमिट कार्ड जांच की सामान्य प्रक्रिया को बारकोड रीडर से बदला गया
एक NTA अधिकारी के हवाले से बताया गया कि परीक्षा केंद्र के प्रवेश द्वार पर और परीक्षा हॉल के अंदर हर समय हैंड सैनिटाइटर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड की जांच की सामान्य प्रक्रिया को बारकोड रीडर से बदल दिया गया है, जो परीक्षा केंद्र अधिकारियों को उपलब्ध कराया गया है।
9 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया है
IIT, NIT और केंद्र द्वारा वित्तपोषित तकनीकी संस्थानों (CFTI) में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 9 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण किया है। जबकि ओडिशा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सरकारों ने छात्रों को आश्वासन दिया कि वे उम्मीदवारों को परिवहन सुविधा मुहैया कराएंगे। आईआईटी के पूर्व छात्रों के एक समूह और छात्रों ने भी जरूरतमंद उम्मीदवारों के लिए परीक्षा केंद्रों को परिवहन सुविधा प्रदान करने के लिए एक पोर्टल लॉन्च किया है।
आईआईटी संस्थानों में प्रवेश पाने के लिए वन-स्टॉप परीक्षा है JEE एडवांस
जेईई-मेन्स पेपर 1 और पेपर 2 के परिणामों के आधार पर शीर्ष 2.45 लाख उम्मीदवार जेईई-एडवांस्ड परीक्षा के लिए योग्य होंगे, जो 23 प्रमुख भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में प्रवेश पाने के लिए वन-स्टॉप परीक्षा है।JEE-Advanced 27 सितंबर को होने वाला है।