तीन तलाक बिल पर JDU नेता बोले- जो कानून बनाना हैं बना लें, मुसलमान वही करेगा जो कुरान में है
पटना: तीन तलाक बिल राज्यसभा में मंगलवार को पास हो गया। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद ये कानून बन जाएगा। इस बिल का राज्यसभा मे बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए के सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड ने विरोध किया। उन्होंने इस बिल के विरोध में उच्च सदन का वॉकआउट किया और वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। जेडीयू के मुस्लिम नेता रसलू बलियावी इस बिल के पास होने से भड़के दिखे। उन्होंने कहा कि सरकार चाहे जो कानून बनाने चाहे बना लें लेकिन मुसलमान वही करेगा जो कुरान,हदीस और शरीयत के कानून में लिखा है।
'मुसलमान वही करेगा जो कुरान में है'
जेडीयू नेता रसलू बलियावी ने अफनागिस्तान और सीरिया का नाम लेते हुए कहा कि किसी देश का चरित्र इस्लाम का मॉडल नहीं हो सकता। इस्लाम में कुरान हदीस और शरिय कानून के आधार पर सभी मुद्दों पर नियम हैं ऐसे में किसी और देश का उदाहरण देकर देश की जनता को गुमराह नहीं किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि मोदी सरकार ने अन्य इस्लामिक देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां भी तीन तलाक अपराध की कैटेगरी में आता है, तो भारत में भी ये व्यवस्था लागू होनी चाहिए।
'हमें ये बिल स्वीकार्य नहीं
इससे पहले जेडीयू के सीनियर नेता और प्रवक्ता केसी त्यागी ने इस बिल का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि हमें ये बिल स्वीकार्य नहीं है। ये बेहद संवेदनशील मुद्दा है, जिस पर बिना आम सहमति के फैसला नहीं लिया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि सच तो ये है कि कभी भी एनडीए में इसे लेकर आम सहमति नहीं बनाई गई। राज्यसभा में भी जेडीयू ने इस बिल का विरोध करते हुए वॉकआउट किया। उनके साथ एआईएडीएमके ने भी बिल का विरोध किया। ये दोनों पार्टियां एनडीए की सहयोगी हैं।
तीन तलाक बिल पास
गौरतलब है कि मंगलवार को तीन तलाक बिल विपक्ष के विरोध और वॉकआउट के वाबजूद पास हो गया। मुस्लिम महिला(विवाह अधिकार संरक्षण) को राज्यसभा में चर्चा के बाद 84 के मुकाबले 99 मतों से पारित हुआ। वहीं तीन तलाक बिल चर्चा में विपक्षी सदस्यों ने इसे सलेक्ट कमेटी में भेजने की मांग की थी। इसे सरकार ने खारिज कर दिया। विपक्षी सदस्यों द्वारा सलेक्ट कमेटी में भेजने का प्रस्ताव लाया गया,जो 84 के मुकाबले 100 वोटों से खारिज हो गया। 245 सदस्य वाली राज्यसभा में पांच सीट खाली होने की वजह से 240 सासंद की संख्या है। इसमें से 184 सांसदों ने वोट दिया। कुल 56 सासंद वोटिंग से दूर रहे।
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