JDU नेता शरद यादव और अली अनवर की सदस्यता रद्द होने पर विपक्ष का राज्यसभा में हंगामा
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नई दिल्ली। शुक्रवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया। विपक्ष ने शुक्रवार को राज्य सभा की कार्यवाही शुरू होते ही पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर पीएम नरेंद्र मोदी की टिप्पणी और शरद यादव की सदस्यता खत्म करने के मुद्दे पर हंगामा किया। सदन में जेडीयू के सासंद शरद यादव और अनी अनवर की सदस्या राज्यसभा से सदस्यता रद्द होने का मामले पर जमकर हंगामा हुआ। राज्य सभा सदस्यों ने सभापति वेंकैया नायडू के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। जिसके बाद सदन की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि महागठबंधन की बैठक में था, हमने तय किया था कि नीतीश कुमार ही हमारे बिहार में मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे और वोट महागठबंधन के नाम पर मांगे जाएंगे। नीतीश कुमार ने वोट महागठबंधन के नाम पर मांगा और गठबंधन को तोड़ दिया। राज्यसभा में विपक्ष ने तानाशाही नहीं चलेगी के नारे लगाये तो राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने सदन को स्थगित कर दिया।
आपको बता दें कि जुलाई में नीतीश ने बिहार में कांग्रेस-आरजेडी के साथ जेडीयू के महागठबंधन को तोड़कर बीजेपी के साथ सूबे में नए सिरे से सरकार का गठन किया था। शरद ने नीतीश के इस फैसले का खुलकर विरोध किया था। शरद ने दावा किया था कि उनकी अगुआईवाला जेडीयू धड़ा ही असली जेडीयू है और उन्होंने चुनाव आयोग के सामने जेडीयू के चुनाव चिह्न तीर पर अपना दावा किया था। लेकिन चुनाव आयोग ने शरद गुट के दावे को खारिज कर दिया था। बाद में उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने शरद यादव और अली अनवर की राज्यसभा सदस्यता खत्म करने का आदेश दिया थे।