राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन पद के लिए NDA प्रत्याशी हरिवंश ने किया नामांकन
नई दिल्ली। राज्यसभा उपसभापति के लिए 9 अगस्त को होने वाले चुनाव में मुकाबला सीधे एनडीए बनाम कांग्रेस का हो गया है। कांग्रेस ने बुधवार को बीके हरिप्रसाद को अपना उम्मीदवार घोषित किया है वहीं एनडीए की ओर से हरिवंश नारायण सिंह ने नामांकन दाखिल कर दिया। इससे पहले यूपीए की ओर से वंदना चव्हाण का नाम सामने आय़ा था। लेकिन उस नाम पर सहमति ना बन पाने के कारण कांग्रेस ने बीके हरिप्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया। आईए जानते हैं एनडीए के उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह के बारे में।
यूपी के बलिया में हुआ था जन्म
बिहार के प्रतिष्ठित अखबार प्रभात खबर के पूर्व संपादक रहे हरिवंश जेडीयू के महासचिव भी है। नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं। हरिवंश ढाई दशक से अधिक समय तक प्रभात खबर के प्रधान संपादक रहे है। बीजेपी हरिवंश को उम्मीदवार बनाकर कई राजनीतिक समीकरण साधने की कोशिश कर रही है। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सिताबदियारा गांव में 30 जून, 1956 को जन्मे हरिवंश को जेपी आंदोलन से काफी प्रभावित माने जाते हैं। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एमए और पत्रकारिता में डिप्लोमा की पढ़ाई करने वाले हरिवंश ने अपने कैरियर की शुरुआत टाइम्स समूह से की थी।
दो दशकों तक रहा प्रभात खबर के साथ रिश्ता
इसके बाद हरिवंश ने रविवार और धर्मयुग जैसी कई प्रसिद्ध पत्रिकाओं में काम किया। इसके बाद वे 90 के दशक में बिहार के बड़े मीडिया समूह से जुड़े। इस संस्थान को हरिवंश राय ने दो दशक तक अपनी सेवाएं दी। हरिवंश ने अपने प्रभात खबर में अपने कार्यकाल के दौरान राज्य के ज्वलंत विषयों और आर्थिक रुप से कमजोर बिहार की तस्वीर सरकार के सामने रखी।
राज्यसभा उपसभापति चुनाव: कांग्रेस के बीके हरिप्रसाद हो सकते हैं उम्मीदवार
नीतीश की साफ छवि गढ़ने में हरिवंश का अहम योगदान है
दिल्ली से लेकर पटना तक मीडिया में नीतीश कुमार की बेहतर छवि बनाने में हरिवंश का बड़ा योगदान है। हरिवंश राजपूत जाति से आते हैं। एनडीए हरिवंश के सहारे बिहार में राजपूत वोट बैंक को अपना ओर खींचने की कोशिश में है। बीजेपी को साफ छवि वाले हरिवंश के लिए किसी भी पार्टी से विरोध का सामना नहीं करना पड़ेगा। उच्च सदन राज्यसभा में एनडीए के पास बहुमत नहीं है। ऐसे में हरिवंश के नाम पर एनडीए अन्य विपक्षी दलों को भी अपने पाले में कर सकती है।
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