जया जेटली का खुलासा, बीजेपी में शामिल होने वाले थे नीतीश कुमार
जया जेटली का मानना है कि किसी जमाने में लालू,नीतीश और शरद ने सियासत में अपने कद बढ़ाने के लिए जॉर्ज फर्नांडिस का इस्तेमाल किया
नई दिल्ली। समता पार्टी की पूर्व अध्यक्ष और जॉर्ज फर्नांडिस की सहयोगी जया जेटली ने लालू प्रसाद, नीतीश कुमार और शरद यादव पर जॉर्ज फर्नांडीस का राजनीतिक इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने बिहार की राजनीति से जुड़े कई खुलासे किए हैं। उन्होंने अपनी किताब में लिखा है कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद से परेशान नीतीश कुमार कभी बीजेपी में शामिल होना चाहते थे। अगर समता पार्टी बनाकर हम चुनाव नहीं लड़ते तो शायद नीतीश बीजेपी में शामिल हो सकते थे। जया जेटली ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार निजी हितों को हमेशा ऊपर रखते हैं। जॉर्ज साहब की अपील के बावजूद नीतीश ने मुझे नहीं बल्कि बिजनेसमैन महेंद्र प्रसाद को राज्यसभा भेज दिया।
2004 में अहंकार की वजह से हारी थी एनडीए
जया जेटली ने अपनी आत्मकथा 'Life among Scorpions'में बीजेपी के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने लिखा कि सहयोगियों की अनदेखी और अहंकार की वजह से वाजपेयी सरकार 2004 में हार गई थी। नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए जया जेटली ने अपनी किताब में लिखा कि नरेंद्र मोदी बहुमत के बावजूद सहयोगियों को लेकर चलते हैं। पीएम के व्यवहार की तारीफ करते हुए उन्होंने लिखा, 'मोदी विरोधियों से भी मिलते और बात करते हैं। गुजरात में नरेंद्र मोदी ने आसानी से बदलाव लाए लेकिन देश में अच्छे काम और बदलाव को कुछ लोग आसानी से नहीं मानते हैं
लालू,नीतीश और शरद ने जॉर्ज फर्नांडिस का इस्तेमाल किया
जया जेटली का मानना है कि किसी जमाने में लालू,नीतीश और शरद ने सियासत में अपने कद बढ़ाने के लिए जॉर्ज फर्नांडिस का इस्तेमाल किया। वक्त गुजरने के साथ तीनों नेताओं ने बारी-बारी से जॉर्ज को नुकसान पहुंचाया। कई राजनीतिक प्रसंगों की चर्चा जया ने अपनी आत्मकथा में की है। जॉर्ज ने बिहार के बढ़ते भ्रष्टाचार और बदहाल स्थिति को देखते हुए समता पार्टी का गठन कर नीतीश कुमार को आगे बढ़ाया। जॉर्ज खुले मन से नीतीश की तारीफ किया करते थें। उस वक्त नीतीश की सियासी हैसियत बड़ी नहीं थी,लेकिन जॉर्ज ने लालू के मुकाबले नीतीश को आगे बढ़ाया।
लालू- मुलायम ने परिवारवाद को बढ़ाया
जया जेटली ने लिखा है कि जॉर्ज फर्नांडिस को लगता था कि नीतीश कुमार आगे चलकर प्रधानमंत्री बन सकते हैं, लेकिन समता पार्टी और शरद यादव के जनता दल के विलय के बाद जनता दल यूनाइटेड के गठन के साथ हीं नीतीश कुमार का जॉर्ज के प्रति व्यवहार में तब्दिलियां देखने को मिलने लगी। जया जेटली ने कहा है कि लालू और शरद केवल भाषण से ही समाजवादी हैं। मधु लिमये, जेपी और राममनोहर लोहिया का विचारधारा की तरह ही रहन-सहन था लेकिन शरद यादव ने खुला बोला कि मैं यादव हूं। लालू और मुलायम ने इतना परिवारवाद बढ़ाया कि लोहिया और मधु लिमये एक मिनट भी बर्दाश्त नहीं करते।
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