सरदार पटेल को अपनी कैबिनेट में नहीं रखना चाहते थे नेहरू: विदेश मंत्री जयशंकर
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पहले गृहमंत्री सरदार पटेल के बीच रिश्ते सहज नहीं थे। एक किताब का हवाला देते हुए जयशंकर ने कहा है कि नेहरू नहीं चाहते थे पटेल उनके मंत्रिमंडल का हिस्सा बनें। विदेशमंत्री ने कहा कि नेहरु नहीं चाहते थे कि पटेल उनके केबिनेट का हिस्सा हो और नेहरु ने अपने पहले लिस्ट से उनका नाम तक हटा दिया था।
विदेशमंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को नारायणी बसु की लिखी वीपी मेनन की जीवनी के विमोचन के बाद कई ट्वीट किए। ट्वीट में उन्होंने लिखा, वीपी मेनन की जीवनी से ये पता चला कि आजाद के बाद जवाहरलाल नेहरु सरदार पटेल को अपने कैबिनेट में जगह नहीं देना चाहते थे।
विदेशमंत्री ने ट्वीट किया, वीपी मेनन ने कहा था कि सरदार पटेल की मौत के बाद उनकी यादों को भुलाने के लिए व्यापक स्तर पर कैंपेन चलाया गया था। मैं यह इसलिए जानता हूं क्योंकि मैंने यह देखा है।
जयशंकर ने लिखा, पटेल के मेनन और और नेहरू के मेनन में अंतर दिखाई देता है। सही मायने में एक ऐतिहासिक व्यक्तित्व के साथ न्याय हुआ। लेखिका को तथ्य सामने लाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी होगी।पुराने समय में इतिहास को राजनीति के लिए लिखा गया। अब इसे ईमानदारी से ठीक किए जाने का समय है।
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