रोमिला थापर के CV मामले पर जावेद अख्तर ने कसा तंज, 'बीए की डिग्री' से जोड़कर कही ये बात
नई दिल्ली। पद्मभूषण से सम्मानित जानी-मानी इतिहासकार रोमिला थापर से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने बायोडाटा यानी सीवी की मांग की है। उनके प्रोफेसर एमेरिट्स पद पर बने रहने को लेकर सीवी मांगी गई है। हालांकि, जेएनयू प्रशासन के इस फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा का दौर शुरू हो गया है। कई जानी-मानी शख्सियत ने जेएनयू प्रशासन के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं। जाने-माने गीतकार जावेद अख्तर ने भी रोमिला थापर के मामले में ट्वीट किया है। आखिर उन्होंने इस ट्वीट में क्या कहा, बताते हैं आगे...।
रोमिला थापर के सीवी मामले पर जावेद अख्तर ने किया ट्वीट
इतिहासकार रोमिला थापर प्रोफेसर एमेरिट्स के तौर पर 1993 से जेएनयू से जुड़ी हुई हैं। अब जिस तरह से जेएनयू प्रशासन ने रोमिला थापर से सीवी की मांग की है, इस पर विश्वविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और इतिहासकारों के एक वर्ग ने विरोध किया है। जवाहरलाल नेहरू टीचर्स एसोसिएशन (जेएनयूटीए) ने कहा कि यह कदम 'मौजूदा प्रशासन की आलोचना करने वालों को बेइज्जत करने की कोशिश और जानबूझकर किया गया एक प्रयास' है। उन्होंने इस कदम को 'राजनीति से प्रेरित' बताया है। वहीं इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर भी जमकर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
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जावेद अख्तर ने कहा- कृपया परेशान नहीं हों...
रोमिला थापर के मामले पर जाने-माने गीतकार जावेद अख्तर ने भी टिप्पणी की है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से जो ट्वीट किया है, वो तेजी से वायरल हो रहा है। जावेद अख्तर ने लिखा, 'कृपया परेशान नहीं हों। निश्चित रूप से वे जानते हैं कि वो एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त और सम्मानित इतिहासकार हैं जिनका सीवी दिल्ली टेलीफोन डायरेक्टरी से थोड़ा-सा ही छोटा है। वे सिर्फ इस बात की पुष्टि करना चाहते हैं कि क्या उनके पास बीए डिग्री है या नहीं, क्योंकि अकसर ये गायब हो जाती है।'
शशि थरूर ने इस मुद्दे पर किया ये ट्वीट
जावेद अख्तर ही नहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता और सांसद शशि थरूर ने भी रोमिला थापर मामले में ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, 'जेएनयू ने रोमिला थापर को उनकी प्रोफेसर एमिरेट्स स्थिति जारी रखने के लिए सीवी सबमिट करने के लिए कहा है, यह अपमान से भी बदतर है, यह शिक्षा के मूल्यों और सिद्धांतों और बौद्धिक योग्यता के लिए एक अपराध है। क्या JNU इससे भी नीचे गिर सकता है?'
कौन हैं रोमिला थापर
रोमिला थापर, देश की जानी-मानी इतिहासकार और लेखक हैं। वो 87 साल की हैं। उनका जन्म 30 नवंबर, 1931 को लखनऊ में हुआ। रोमिला थापर ने पहले पंजाब विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में ग्रेजुएशन किया। उसके बाद उन्होंने लंदन विश्वविद्यालय से प्राचीन भारतीय इतिहास में डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की। थापर ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से शिक्षण की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने कुछ वर्ष तक दिल्ली विश्वविद्यालय में भी पढ़ाया। 1970 में वो जेएनयू आ गईं। प्राचीन भारतीय इतिहास की जानकार रोमिला थापर 1970 से 1991 तक जेएनयू में प्रोफेसर रहीं। रिटायर होने के बाद उन्हें 1993 में प्रोफेसर एमीरेट्स का दर्जा दिया गया।
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