40 सालों तक कमेंट्री का दूसरा नाम रहे मशहूर रेडियो कमेंटेटर जसदेव सिंह का निधन
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नई दिल्ली। मशहूर खेल कमेंटेटर जसदेव सिंह का मंगलवार को निधन हो गया। वे 87 वर्ष के थे। पद्मश्री और पद्म भूषण से सम्मानित जसदेव बीते कुछ समय से बीमार चल रहे थे। जसदेव सिंह ने 1955 में जयपुर में ऑल इंडिया रेडियो से अपना करियर शुरू किया था। 1963 में वो दिल्ली आ गए और 2000 तक उन्होंने आकाशवाणी और दूरदर्शन के लिए नौ ओलिंपिक, आठ हॉकी विश्व कप और छह एशियाई खेलों की कमेंट्री की। उन्होंने अपनी खास शैली से कमेंट्री को एक नई पहचान दी थी।
उन्होंने कई स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस समारोहों पर भी कमेंट्री की। 1963 से 48 साल तक गणतंत्र दिवस परेड का आंखों देखा हाल भी उन्होंने रेडियो पर सुनाया। अंतरिक्ष में पहले भारतीय राकेश शर्मा का पहुंचने की कमेंट्री भी उन्होंने की थी। 1985 में पद्मश्री और 2008 में पद्म भूषण से सम्मानित किए जाने के साथ-साथ उन्हें ओलिंपिक के सर्वोच्च पुरस्कार ओलिंपिक ऑर्डर से भी सम्मानित किया गया था।
डोनाल्ड
ट्रंप
ने
यूएन
में
दिया
भारत
का
उदाहरण,
बोले-
लाखों
लोगों
को
गरीबी
से
निकाला
केंद्रीय खेल राज्य मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने जसदेव सिंह के निधन पर ट्वीट कर दुथ जाहिर किया है, उन्होंने ट्वीट किया, 'गहरे दु:ख के साथ हमारे बेहतरीन कमेंट्रेटरों में से एक श्री जसदेव सिंह के निधन की जानकारी मिली। वह आकाशवाणी और दूरदर्शन के बेहतरीन कमेंटेटर थे।'
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, 'भारतीय कमेंट्री की 'स्वर्णिम आवाजों' में से एक जसदेव सिंह के निधन के बारे में सुनकर दु:ख हुआ। उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ मेरी संवेदना है।' राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर सिंह के निधन पर दुख जताया है। सोशल मीडिया पर बहुत लोग उनको याद कर रहे हैं।
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