शिंजो आबे की भारत यात्रा: बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट से परमाणु ऊर्जा तक ये है पूरा एजेंडा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे 13 सिंतबर से दो दिन के लिए भारत दौरे पर होंगे। दिसंबर 2015 के बाद यह पहली द्विपक्षीय मुलाकात होगी। इससे पहले पीएम मोदी ने पिछले साल नवंबर में जापान की यात्रा की थी। पिछले तीन साल में मोदी और आबे 10 बार मिल चुके हैं। शिंजो आबे अपनी यात्रा के दौरान दो दिन गुजरात में रहेंगे, जहां वे मोदी के साथ एक रोड शो में भी हिस्सा लेंगे। शिंजो आबे भारत यात्रा बहुत अहम मानी जा रही है, सूत्रों की मानें तो दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने वाले हैं।
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की करेंगे शुरूआत
मोदी सरकार के 1.1 लाख करोड़ रूपये के बुलेट ट्रेन ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए दोनों देश के नेता आधारशिला रखेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की आधारशिला के दौरान भूमि पूजन में भाग लेंगे। दोनों पीएम एक वीडियो लिंक के माध्यम से वडोदरा में 'हाई-स्पीड रेलवे प्रशिक्षण संस्थान' ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह में भी भाग लेंगे।
AAGC में भारत विकास पर देगा जोर
इसके अलावा दोनों प्रधानमंत्री और भी कई प्रोजेक्ट लॉन्च करेंगे, जिसमें हंसलपुर में 3,000 करोड़ का सुजुकी कार मैन्युफैक्चरिंग भी शामिल है। एशिया अफ्रीका ग्रोथ कॉरिडोर में (Asia-Africa Growth Corridor) सम्मेलन में भारत विकास पर जोर देने के लिए जापान के साथ कई समझौतों पर हस्ताक्षर कर सकता है। वहीं, 508 किलोमीटर कॉरिडोर के लिए जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीए) और भारत के रेलवे मंत्रालय के बीच पहले से ही एक समझौते पर हस्ताक्षर हो चुके हैं।
परमाणु ऊर्जा भी है मुद्दा
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के भारत दौरे पर दोनों देशों के बीच मैरिटाइम सिक्योरिटी को लेकर चर्चा हो सकती है। इससे पहले भारत, जापान और अमेरिका ने अपनी बड़ी नौसैनिक संपत्तियों को बंगाल की खाड़ी में अभ्यास के लिए लगाया था। इसके अलावा दोनों देशों के बीच परमाणु ऊर्जा पर भी चर्चा हो सकती है। हाल ही में भारत और जापान के बीच ऐतिहासिक असैन्य परमाणु सहयोग समझाौते को अमल में लाया गया था।