जम्मू कश्मीर: प्रशासन ने दो और नेताओं को किया रिहा, हॉस्टल से निकलकर अब घर में नजरबंद रहेंगे सज्जाद लोन
श्रीनगर। आर्टिकल 370 हटने के बाद से हिरासत में कैद दो और नेताओं को बुधवार को रिहा कर दिया गया। पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता सज्जाद लोन और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के वाहिद पारा पांच अगस्त 2019 से हिरासत में थे। गौरतलब है कि इसी दिन सरकार की तरफ से जम्मू कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया गया था। इसके अलावा जम्मू कश्मीर और लद्दाख को दो संघ शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया था।
एमएलए हॉस्टल में थे नेता
दोनों नेताओं को अब एमएलए हॉस्टल से निकालकर घर में नजरबंद कर दिया जाएगा। अब इस हिरासत में 13 लोग बचे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती अभी तक नजरबंद हैं। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मंगलवार को पीडीपी के एक पूर्व विधायक और एक व्यापारी नेता को हिरासत से रिहा किया था। इससे पहले रविवार को विधायक हॉस्टल से चार नेताओं को रिहा किया गया था। कलिंदर कश्मीर फेडरेशन चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष हैं। रविवार को जिन्हें रिहा किया गया था उनमें तीन पीडीपी व एक नेशनल कांफ्रेंस के नेता शामिल थे। जिन प्रमुख नेताओं को अभी भी हिरासत में रखा गया है उनमें नेकां अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला व पीडीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती शामिल हैं। फारूक अब्दुल्ला पर 17 दिसंबर को पीएसए के तहत भी कार्रवाई की गई है।