जम्मू-कश्मीर: 'रीइंटिग्रेशन स्कीम' से होगी भटके युवाओं की घर वापसी
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नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में 14 साल बाद केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों से एक ऐसी योजना बनाई जा रही है, जिसकी मदद से आतंक की राह पर चल रहे कश्मीरी युवाओं की घर वापसी कराने में मदद मिलेगी। भटके हुए इन युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस एक ड्राफ्ट तैयार कर रहे हैं। न्यूज18 की खबर के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के युवाओं के लिए बनाई जा रही है इस 'रीइंटिग्रेशन स्कीम' को गृह मंत्रालय, जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ मिलकर सफल बनाएंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक, ड्राफ्ट में कई ऐसे प्रावधान किए गए हैं, जिनकी मदद से आतंक का रास्त छोड़ने वाले युवाओं के परिवार की सुरक्षा और उनके रोजगार की व्यवस्था दोनों का ख्याल सरकार रखेगी। सरकार उन युवाओं की ट्रेनिंग का भी इंतजाम करेगी, जो आतंकवाद का रास्ता छोड़ने को तैयार हैं, लेकिन उनके पास रोजगार कमाने के लिए कोई स्किल नहीं है।
नई योजना के तहत सरकार उन लोगों को भी सम्मानित करने का काम करेगी, जो भटके हुए युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने में मदद करेंगे। जम्मू कश्मीर के एक पुलिस अधिकारी ने योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इसे सरेंडर से जुड़ी स्कीम कहना गलत होगा बल्कि यह एक रीइंटिग्रेशन स्कीम है। जो भी आतंकी सरेंडर करेगा, उसका हर तरह से सरकार ख्याल रखेगी। इस कदम से घाटी में शांति कायम करने में बड़ी मदद मिलेगी।