सेना के खिलाफ बयान के बाद निर्मल सिंह को पद से हटाने के लिए पीएम से अपील
नई दिल्ली। भारतीय सेना के खिलाफ जम्मू कश्मीर विधानसभा के स्पीकर निर्मल सिंह के बयान के खिलाफ जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (जेसीसीआई) के सदस्यों ने मोर्चा खोल दिया है। जेसीसीआई के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि निर्मल सिंह को सेना के खिलाफ दिए गए बयान के बाद उनके पद से हटा देना चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। जिस तरह से हाल ही में निर्मल सिंह ने सेना पर लोगों को शोषित करने का बयान दिया था, उसके बाद व्यापारियों ने मांग की है कि निर्मल सिंह को उनके पद से हटा दिया जाए।
सेना का अपमान
चैंबर जनरल सेक्रेटरी मनीष गुप्ता ने कहा प्रधानमंत्री से मांग की है कि यह काफी गैरजिम्मेदाराना बयान है, वह भी ऐसे व्यक्ति के द्वारा जो संवैधानिक पद पर बैठा है। सेना के खिलाफ इस तरह का बयान देशहित में नहीं है। कोई भी भारतीय हमेशा भारतीय सेना के साथ खड़ा रहना चाहता है। लेकिन सेना के खिलाफ बोलकर स्पीकर ने ना सिर्फ डोगरा पर सवाल खड़े किए हैं बल्कि राजनीतिक पार्टी के लिए भी इस तरह का बयान गलत है। चैंबर का कहना है कि निर्मल सिंह को तुरंत उनके पद से हटाना चाहिए, उन्हें पार्टी से भी बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए।
सेना ने निर्मल सिंह के घर को बताया था अवैध
गौरतलब है कि निर्मल सिंह उस वक्त विवादों में आ गए थे जब उनके निर्माणाधीन घर को सेना ने एक पत्र लिखकर अवैध करार दिया था। आर्मी 16 कोर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सरनजीत सिंह ने निर्मल सिंह को पत्र लिखकर कहा था कि आपका घर गैरकानूनी है और सुरक्षा के लिए खतरा भी है। सेना की आपत्ति पर निर्मल सिंह ने कहा था कि यह निर्माण अवैध नहीं है, उन्होंने कहा था कि जब मैंने अपना घर बनवाना शुरू किया था तो इसका विरोध शुरू हो गया था, इसके पीछे राजनीतिक होती हो रही है। सेना लोगों को शौचालय भी नहीं बनवाने देती है, लोगों को परेशान किया जाता है, आपको यहां लोगों से बात करनी चाहिए। क्योंकि यह मेरा घर है इसलिए विवादों में है।
गोला-बारूद के डिपो के पास है घर
आपको बता दें कि यह नगरोटा में जहां पर निर्मल सिंह का घर बन रहा है वहां सेना का गोला-बारूद का डिपो है, यह यहां पर 1970 से है। निर्मल सिंह का कहना है कि यहां पर एक गांव बन है, जहां पर आतंकी गतिविधियों के चलते सेना ने 1000 मीटर की दीवार बना दी है, मेरे घर की दीवार 530 मीटर है। जैसे ही मैंने यहां निर्माण शुरू किया लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया, इसके पीछे राजनीति हो रही है।