जम्मू कश्मीर: 5000 से ज्यादा पर्यटकों ने छोड़ा कश्मीर, सोनमर्ग, गुलमर्ग से लेकर हाउसबोट तक सूने
श्रीनगर। कश्मीर घाटी में जब से एडवाइजरी जारी हुई है, 5000 से ज्यादा टूरिस्ट्स और अमरनाथ यात्री घाटी को छोड़ चुके हैं। इन सभी लोगों को सोनमर्ग, गुलमर्ग, पहलगाम और श्रीनगर के होटलों और रिसॉर्ट्स से निकालकर सुरक्षित जम्मू पहुंचा दिया गया है। शुक्रवार को राज्य के मुख्य सचिव शालीन काबरा की ओर से जारी आदेश में पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों को तुरंत घाटी छोड़ने के लिए कहा गया था।
होटल और रिसॉर्ट्स खाली
सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक फिलहाल कश्मीर घाटी के किसी भी होटल या फिर हाउसबोट में कोई भी पर्यटक नहीं रुका है। सभी बुकिंग्स कैंसिल हो गई हैं और कोई भी नई बुकिंग नहीं ली जा रही है। विदेशी पर्यटक भी दूतावास की ओर से दी गई एडवाइजरी के बाद फ्लाइट्स लेकर लौटने लगे हैं। काबरा की ओर से जो आदेश आया है उसमें कहा गया है, 'नए इंटेलीजेंस इनपुट्स मिलने के बाद और हालातों को देखते हुए, पर्यटकों और यात्रियों की सुरक्षा के हित में सलाह दी जाती है कि वे यात्रा रोक दें और तुरंत चले जाएं।' शनिवार को किश्तवाड़ में स्थित माछिल माता यात्रा भी रोक दी गई है। श्रीनगर एयरपोर्ट पर अराजकता की स्थिति है। यहां पर कई पर्यटक फंसे हुए हैं और समझ नहीं पा रहे हैं कि किससे मदद मांगी जाए।
एयरपोर्ट पर फंसे पर्यटक
स्थानीय राजनीतिक पार्टियों जैसे नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वे अफरा-तफरी की स्थिति को खत्म करें। शुक्रवार को सेना की तरफ से हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया था कि आतंकी पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाने की फिराक में हैं। इसके तुरंत बाद प्रशासन की तरफ से एडवाइजरी जारी करके पर्यटकों और अमरनाथ यात्रा के लिए आए यात्रियों से कहा गया कि वे तुरंत लौट जाएं। एक न्यूज चैनल से बात करते हुए एक पर्यटक ने कहा कि एयरपोर्ट पर बहुत कन्फ्यूजन है। कुछ विदेशी पर्यटकों को एडवाइजरी के बाद अपनी नई टिकट लेनी थी। डीजीसीए की तरफ से सभी एयरलाइंस कंपनियों को आदेश दिए गए हैं कि जरूरत पड़ने पर श्रीनगर से एक्स्ट्रा फ्लाइट ऑपरेट करने के लिए कहा गया है।